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November 23, 2024 5:42 am

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बेटियां कब तक ऐसे टुकड़े टुकड़े होती रहेंगी ; टैक्सी ड्राइवर से प्यार और फिर बेरहमी से कत्ल…

22 पाठकों ने अब तक पढा

टिक्कू आपचे की रिपोर्ट

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में शुक्रवार (19 अप्रैल, 2024) को एक 27 वर्षीया महिला का बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया था। आरोपी ने हत्या के बाद महिला का एक बोरे में भर कर नवी मुंबई में फेंक दिया गया था।

25 अप्रैल को महिला की लाश लोगों को सड़ी हुई हालात में मिली । मृतका की शिनाख्त पूनम के रूप में हुई थी। अब मुंबई पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए निज़ाम नामक आरोपी को अरेस्ट किया है, जो पेशे से टैक्सी ड्राइवर है। रिपोर्ट के अनुसार, पूनम, आरोपित निज़ाम के साथ रिलेशनशिप में थी।

पूनम के सामने बाल-बच्चेदार निजाम ने अपने आप को कुँवारा बताया था। उसकी पोल खुल जाने के बाद दोनों में विवाद हुआ, जिसके बाद निजाम ने पूनम का क़त्ल कर दिया। हिन्दू संगठनों ने इसे ‘लव जिहाद’ बताया है। 

रिपोर्ट्स के अनुसार, पूनम मुंबई के नागपाड़ा इलाके में मौजूद एक ऑफिस में नौकरी करती थी। ऑफिस आने-जाने के दौरान वो टैक्सी ड्राइवर निजाम के संपर्क में आई। 

निजाम शादीशुदा था और 1 बच्चे का बाप था। निजाम मुंबई में टैक्सी चलाता है और उसका परिवार उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहता है। निजाम ने अपने आप को कुँवारा बताया और पूनम से बातचीत करने लगा। कुछ ही दिनों में निजाम ने पूनम को अपने प्यार के जाल में फँसा लिया। इस तरह पूनम और निजाम रिश्ते में बांध गए। दोनों अक्सर साथ देखने जाने लगे। 

लेकिन, इसी बीच कुछ ही दिनों के बाद पूनम को पता चला कि निजाम विवाहित है और उसका एक बच्चा भी है। पूनम इस बात से बहुत नाराज हुई। दोनों के बीच बहस हुई। 

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने मीडिया को जानकारी दी कि 18 अप्रैल को निजाम ने बहाने से पूनम को मिलने के लिए बुलाया। यहाँ से दोनों कल्याण के नजदीक एक स्थान पर गए। यहाँ निजाम ने पूनम को पानी में डुबो कर मार दिया। पूनम के मर जाने के बाद निजाम शव लेकर अस्पताल पहुँचा। यहाँ उसने डॉक्टरों से पूनम की मौत की पुष्टि करवाई।

मंत्री मंगल प्रभात ने आगे बताया कि इसके बाद निजाम अस्पताल पूनम की लाश ले कर भाग गया। 19 अप्रैल को उसने पूनम की लाश के कई टुकड़े किए। इन टुकड़ों को उसने एक बोरे में भरा और नवी मुंबई इलाके में एक वीरान जगह फेंक दिया। 25 अप्रैल को राहगीरों ने पूनम की लाश देखा तो पुलिस को सूचित किया। 

पूनम के परिजनों ने निजाम पर हत्या का इल्जाम लगाया। हिन्दू संगठन ने सदस्यों ने निजाम को घूमते देखा तो पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। 

निजाम ने पुलिस के आगे अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस फ़िलहाल निजाम से पूछताछ कर रही है।

रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री मंगल प्रभात ने कहा कि पूनम की हत्या करने में निजाम अकेला शामिल नहीं है, बल्कि उसके साथ कई और लोग भी हैं। उन्होंने इस घटना को दिल्ली के आफ़ताब-श्रद्धा मामले के जैसा ही बताया है, जिसमे आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़े कर दिए थे, श्रद्धा भी आफताब से बेहद प्यार करती थी और उसके साथ लिव इन में रह रही थी। मंगल के मुताबिक इस घटना से मुंबई के हिन्दू समाज के लोगों में आक्रोश है। उन्होंने निजाम और उसके साथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। 

प्रशासन को एक्शन लेने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए मंगल प्रभात ने इस घटना में तक़रीबन 1 दर्जन आरोपितों के शामिल होने की आशंका जाहिर की है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने परिवार से मुलाक़ात कर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या 

बता दें कि हाल ही में कर्नाटक में कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ की बेटी नेहा हिरेमथ को 18 अप्रैल को फैयाज ने कॉलेज में घुसकर चाकू से वार कर मार डाला था। बताया गया था कि, नेहा ने फ़ैयाज़ का प्रेम प्रस्ताव ठुकरा दिया था, जिस कारण उसने हत्या कर दी। 

कर्नाटक के हिन्दू संगठनों ने इसे लव जिहाद बताया था, लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार शुरू से लव जिहाद को नकारती रही है, सो इस बार भी नकार दिया। 

कांग्रेस के एक मंत्री ने कहा था कि ये प्रेम प्रसंग का मामला है। जबकि, मृतका के पिता कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ भावुक अपील करते हुए कह रहे थे कि लव जिहाद तेजी से फ़ैल रहा है, अपनी बेटियों की रक्षा करें। 

निरंजन ने अपनी सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि, उन्होंने 8 आरोपियों के नाम दिए थे, लेकिन पुलिस ने उनमे से एक को भी अरेस्ट नहीं किया। उन्होंने अपनी ही सरकार पर शक जताते हुए CBI जांच की मांग की थी, उन्होंने कहा था कि राज्य प्रशासन किसी दबाव में काम कर रहा है। 

कर्नाटक में ही पिछले हफ्ते, 28 वर्षीय विवाहित हिन्दू महिला का रफीक ने बलात्कार किया था, इसमें रफीक की पत्नी ने भी उसका साथ दिया था। 

इसी तरह हरियाणा के वल्लभगढ़ में तौसीफ ने निकिता को गोली मार दी थी, क्योंकि उसने तौसीफ के साथ रिश्ते में रहने से इंकार कर दिया था। वहीं, दिल्ली के श्रद्धा वॉकर हत्याकांड ने देशभर को हिलाकर रख दिया था, जिसमे आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़े कर दिए थे, जो अपने पूरे परिवार को छोड़कर आफताब के साथ रहने चली आई थी। 

इसी तरह एक मामला इंदौर से सामने आया था, जहाँ अफजल, अरबाज़, प्रिंस और सैयद ने एक गर्भवती दलित महिला को नौकरी के नाम पर बुलाकर उसका सामूहिक बलात्कार किया और जब वो गिड़गिड़ाई अपने गर्भवती होने की दुहाई दी, तो आरोपियों ने कहा- हिन्दू लड़की से सेक्स करने से जन्नत मिलती है। 

चलिए भारत के बाहर का एक मामला देखिए, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के चंगुल से छूटी कुछ यजीदी लड़कियों ने अपनी दर्द भरी कहानी मीडिया के सामने सुनाई थी, 11 महीने तक आतंकियों की कैद में रही इन्हीं में से 12 वर्षीय एक यजीदी लड़की ने बताया था कि, मेरा रेप करते हुए वह (आतंकी) मुझे कहता था कि इस्लाम में काफिरों का रेप करना गुनाह नहीं है। वह कहता था कि मेरा रेप करने से उसे जन्नत नसीब होगी।

यानी श्रद्धा और पूनम ने आफताब और निजाम से प्यार किया, लेकिन फिर भी उनके टुकड़े-टुकड़े हुए, नेहा और निकिता ने प्रेम प्रस्ताव ठुकराया, तो उन्हें चाक़ू और गोली चलाकर मार डाला गया। काफिरों का रेप करने से जन्नत मिलती है। ये तमाम चीज़ें यदि सही हैं, तो ये बहुत ही भयावह है। क्योंकि सामान्य अपराधी को तो आप कानून का डर दिखा दोगे, उस अपराधी के घर वाले भी कांपेंगे, लेकिन जो लोग इसे पुण्य का काम मानते हुए जन्नत की लालच में ये सब करते हैं, उनका आप क्या करोगे ? 

कई मामलों में हमने देखा है कि, आरोपी का पूरा का पूरा परिवार ही इस घृणित अपराध में शामिल होता है, शायद वो इसे पुण्य का काम मानता है, पूरे परिवार ने मारा-पीटा, गौमांस खिलाया, इस्लाम कबूलने का दबाव डाला, सामूहिक बलात्कार किया, क्या ये सब खबरें आपने नहीं पढ़ीं। श्रद्धा के टुकड़े करने वाले आफताब ने भी एक बयान में यही कहा था कि अगर उसे फांसी भी हो जाए, तो कोई गम नहीं, क्योंकि जन्नत में उसे हूरें मिलेंगी। हमने देखा है, कई आतंकवादी छाती पर बम बांधकर निर्दोषों के बीच फट जाते हैं, और हज़ारों बेकसूरों की जान ले लेते हैं, उनका भी यही जवाब होता है कि वो जन्नत और हूरों के लिए ये सब कर रहे हैं। 

इसका क्या समाधान निकाला जाए, ये सोचना समाज, सरकार और हर जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य है, वरना बेटियां ऐसे ही टुकड़े-टुकड़े होती रहेंगी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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