दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने अभी तक कैसरगंज लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
कैसरगंज के मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि पार्टी उनका टिकट नहीं काटेगी। वह लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे हैं। कैसरगंज लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में मतदान होना है। इस सीट के लिए नोटिफिकेशन 26 अप्रैल को जारी हुआ था।
कैसरगंज लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भरने की आखिरी तारीख 3 मई 2024 है, जिसमें अब सिर्फ तीन दिन शेष हैं। चार मई को यहां पर नामांकनों की स्क्रूटनी की जाएगी।
कैसरगंज लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को वोट डाले जाएंगे।
छह बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं बृजभूषण शरण सिंह
बीजेपी नेता और पूर्व WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज लोकसभा सीट से पिछले तीन लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। इन चुनावों में वह दो बीजेपी औ एक सपा के टिकट पर जीत हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में बृजभूषण शरण सिंह ने करीब ढाई लाख वोटों के अंतर से बसपा-सपा गठबंधन के प्रत्याशी चंद्रदेव रामदेव को हराया।
इससे पहले उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में करीब 80 हजार वोटों के अंतर से सपा के विनोद कुमार को मात दी थी। साल 2009 में बृजभूषण शरण सिंह सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। तब उन्होंने 70 हजार से ज्यादा वोटों से बसपा के सुरेंद्र नाथ अवस्थी को मात दी थी।
बृजभूषण शरण सिंह साल 1991 में पहली बार गोंडा से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। इसके बाद वह 1999 में गोंडा से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे।
साल 2004 में बृजभूषण शरण सिंह ने बलरामपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और वो जीतकर संसद पहुंचे।
कैसरगंज में इस बार कौन प्रत्याशी?
कैसरगंज लोकसभा सीट पर अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। सोमवार को यहां सपा की तरफ से दो नेताओं – पूर्व विधायक बैजनाथ दूबे और विनोद कुमार शुक्ल ने पर्चा खरीदा।
बैजनाथ दूबे कटरा बाजार से विधायक रह चुके हैं जबकि विनोद कुमार शुक्ल कटरा बाजार से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके है। विनोद कुमार शुक्ल कुछ ही दिनों पहले अखिलेश यादव से भी मिले थे। माना जा रहा है कि इन्हीं दोनों में से कोई एक सपा का प्रत्याशी होगा।
वहीं दूसरी तरफ नरेंद्र पांडेय ने भी पर्चा खरीदा है। कहा जा रहा है कि वो कैसरगंज लोकसभा सीट से बसपा के प्रत्याशी हो सकते हैं।
नरेंद्र पांडेय बस्ती के रहने वाले हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि अगर बीजेपी यहां पर बृजभूषण शरण सिंह को टिकट देती है तो सपा किसी एक आंदोलकारी पहलवान को उनके सामने उतार सकती है।
Author: samachar
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