टिक्कू आपचे की रिपोर्ट
माया नगरी मुंबई का दिल कहा जाने वाला बांद्रा इलाका। रविवार सुबह 5 बजे का वक्त… और गोलियों की तड़तड़ाहट। बाइक पर दो शूटर आए और गैलेक्सी अपार्टमेंट में सलमान खान के घर पर करीब 4-5 राउंड फायरिंग हुई। इसके बाद दोनों मौके से फरार हो गए। आमतौर पर पुलिस की एक गाड़ी हमेशा गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर खड़ी रहती है। लेकिन, रविवार सुबह वो गाड़ी नहीं थी। सीसीटीवी खंगाले गए तो कैप लगाए दो शख्स दिखे। दोनों ने पीठ पर बैग भी बांधे हुए थे। एक ने काली जैकेट और डेनिम पैंट के साथ सफेद टी-शर्ट पहनी हुई थी। दूसरा डेनिम पैंट के साथ लाल टी-शर्ट में था। इस वारदात ने मुंबई पुलिस महकमे को भी हिलाकर रख दिया।
शुरुआत में बताया जा रहा था कि इस हमले की साजिश दिल्ली की जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने रची है। लेकिन अब, इस फायरिंग कांड की पूरी डिटेल खुलकर सामने आ गई है। ‘एनडीटीवी’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सलमान खान के घर पर फायरिंग का प्लान अमेरिका में तैयार किया गया था। इसके बाद दो पेशेवर शूटर तलाशे गए। और फिर, भारत में फैले नेटवर्क के जरिए हथियारों का इंतजाम हुआ। सलमान खान के घर पहुंचने के लिए रायगढ़ से एक सेकंड हैंड बाइक भी खरीदी गई थी। ये दोनों शूटर पहले से लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हिस्सा हैं। इनके पिछले ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए ही सलमान खान के घर फायरिंग का काम इन्हें सौंपा गया।
ये पूरी प्लानिंग तैयार की थी, लॉरेंस बिश्नोई के अमेरिका में रहने वाले भाई अनमोल बिश्नोई ने। इस काम के लिए दो शूटरों की जरूरत थी। इन्हें चुनने का जिम्मा सौंपा गया, लॉरेंस के लिए काम करने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा को। रोहित भी अमेरिका में रहकर ही लॉरेंस गैंग के लिए काम करता है। राजू ठेठ हत्याकांड और गोगामेड़ी हत्याकांड सहित कई हाई प्रोफाइल मामलों में शामिल रहा रोहित गोदारा का नाम लॉरेंस बिश्नोई के खासमखास गुर्गों में गिना जाता है। भारत में रोहित के शूटरों का एक बड़ा नेटवर्क है। यही वजह थी कि शूटरों को इंतजाम रोहित को करने के लिए कहा गया। इसके साथ ही शूटरों तक हथियार पहुंचाने की जिम्मेदारी भी रोहित गोदारा पर ही थी।
वक्त- रविवार सुबह करीब 5 बजे और जगह- मुंबई का बांद्रा इलाका। लोग सुबह की गहरी नींद के आगोश में थे। अचानक बांद्रा के गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर गोलियां चलीं। इससे पहले कि माजरा समझ आता, गोली चलाने वाले अपनी बाइक से भाग चुके थे। खबर फैली और मीडिया की वैन सलमान के घर के बाहर जम गईं। गोली किसने चलाईं, क्यों चलाईं, कितने लोग थे… सवाल बहुत थे। लेकिन, इतने सारे सवालों का जवाब केवल एक होगा, ये किसी ने नहीं सोचा था।कुछ ही घंटों बाद इन सारे सवालों का जवाब मिल गया। गोलीकांड के पीछे था, सलमान खान का जानी दुश्मन और खौफ का दूसरा नाम गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई। इसके बाद बाकी सवालों के जवाब की जरूरत नहीं थी। लॉरेंस लंबे वक्त से सलमान के पीछे है। कई बार धमकी दे चुका है। सलमान की हत्या की साजिश भी बहुत बार रच चुका है। आखिर कौन है ये लॉरेंस बिश्नोई? कैसे जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह बना? जानने के लिए वक्त की सुइयों को थोड़ा पीछे घुमाते हैं।
साल 2010 में पंजाब के डीएवी कॉलेज में ग्रेजुएशन की परीक्षाएं चल रहीं थी। नकल रोकने के पुख्ता इंतजाम थे। एक-एक छात्र के ऊपर टीचर्स की पैनी नजर थी।। तभी, पहली मंजिल के क्लासरूम में एक छात्र पकड़ा गया। जेब से नकल की पर्ची मिली। टीचर इस लड़के को सुपरिटेंडेंट के पास ले जा ही रहे थे कि अचानक उसने, उनके हाथ से अपनी कॉपी छीन ली। टीचर कुछ समझ पाते, उससे पहले ही उसने क्लासरूम की खिड़की से नीचे छलांग लगा दी। कॉलेज में शोर मच गया। लड़के को पकड़ने के लिए एक गार्ड उसके पीछे दौड़ा। किसी तरह उसने लड़के को शर्ट से पकड़ भी लिया। लेकिन, लड़के ने अपनी शर्ट गार्ड के हाथों में ही छोड़ी और देखते ही देखते आंखों से ओझल हो गया। ये लड़का कोई और नहीं, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई था।
आज तक याद है लॉरेंस बिश्नोई का रोल नंबर
कॉलेज की दिनों से ही लॉरेंस गुंडागर्दी करने लगा था। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय डीएवी कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस पढ़ाने वाले एक प्रोफेसर बताते हैं, ‘कभी नहीं सोचा था कि छोटी-मोटी बदमाशी करने वाला लॉरेंस बिश्नोई एक दिन इतना खूंखार गैंगस्टर बन जाएगा। वो बहुत आक्रामक था। कॉलेज के स्टाफ से छोटी-छोटी बातों पर भिड़ जाता था। उसकी ऐसी हरकतों की वजह से उसका रोल नंबर आज तक मुझे याद है। हमने तो बस फिल्मों में ही ऐसा देखा है, जब कोई गुंडा जेल में बैठकर अपना गैंग चलाए। लेकिन, लॉरेंस ऐसा निकलेगा, हमें बिल्कुल अंदाजा नहीं था।’ लॉरेंस बिश्नोई के ऊपर पहला केस भी कॉलेज के दिनों में ही दर्ज हुआ।
जब लॉरेंस ने संपत को सौंपा सलमान को मारने का जिम्मा
लॉरेंस बिश्नोई जेल गया और बाहर निकलने के बाद अपना एक गैंग बना लिया। उसने घर छोड़ दिया और अपने साथियों के साथ ही रहने लगा। शुरुआत में लॉरेंस ने छोटे मोटे क्राइम किए। वक्त आगे बढ़ा और उसकी गिनती उत्तर भारत के कुख्यात गैंगस्टरों में होने लगी। लॉरेंस बिश्नोई का नाम नेशनल मीडिया में उस वक्त आया, जब बेंगलुरु से साल 2018 में संपत नेहरा नाम का एक गैंगस्टर गिरफ्तार हुआ। संपत से पूछताछ में पता चला कि लॉरेंस बिश्नोई ने उसे बॉलीवुड स्टार सलमान खान की हत्या का जिम्मा सौंपा है। इस खबर से हड़कंप मच गया। दरअसल, 2018 में ही सलमान खान को दो काले हिरणों के शिकार का दोषी माना गया था। हालांकि, सलमाान 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत लेकर बाहर आ गए। इसके बाद से ही सलमान लॉरेंस बिश्नोई के निशाने पर थे। बिश्नोई समाज में काले हिरणों की पूजा होती है और यही वजह कि लॉरेंस सलमान का अपना दुश्मन मानता है।
अलग-अलग राज्यों में लॉरेंस के 700 गुर्गे
लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल दिल्ली की एक जेल में बंद है। माना जाता है कि वो सलाखों के पीछे से ही अपना नेटवर्क चलाता है। साल 2022 में हुए पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी लॉरेंस बिश्नोई का हाथ बताया जाता है। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी गोल्डी बरार ने ली थी। गोल्डी बरार लॉरेंस बिश्नोई के लिए ही काम करता है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ भी की थी। इस वक्त लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में करीब 700 गुर्गे हैं, जो देश के अलग-अलग राज्यों में उसके लिए काम करते हैं।
घटना को अंजाम देने के लिए शूटरों के तौर पर पहला नाम सामने आया- विशाल उर्फ कालू का। कालू इससे पहले भी कई बड़ी वारदातों का हिस्सा रह चुका है। मार्च में हुई गुरुग्राम के बिजनेसमैन सचिन मुंजाल की हत्या में कालू मोस्ट वांटेड है। रोहित का पूरा भरोसा कालू पर था, इसलिए उसे इस काम के लिए चुना गया। ऐसे ही प्रोफाइल वाले एक और शूटर को तलाशा गया, जिसके नाम का खुलासा फिलहाल नहीं हुआ है। इस दूसरे शूटर ने रायगढ़ जिले से एक सेकेंड हैंड बाइक खरीदी। रोहित के नेटवर्क के जरिए दोनों तक हथियार पहुंचाए गए। इसके बाद बाइक से ही रविवार सुबह ये दोनों बांद्रा पहुंच गए। आमतौर पर सलमान खान के घर के बाहर पुलिस की एक गाड़ी खड़ी रहती है। लेकिन, रविवार सुबह गाड़ी वहां नहीं थी। शूटरों के लिए ये अच्छा मौका था। दोनों ने फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए।
इसके ठीक बाद अनमोल बिश्नोई ने सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी एक फेसबुक पोस्ट लिखकर ली। पुलिस ने आईपी एड्रेस को ट्रेस किया, तो ये कनाडा का निकला। पुलिस को शक है कि इस फेसबुक पोस्ट के लिए वीपीएन का इस्तेमाल किया गया था। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इन दोनों शूटरों की तलाश में जुटी है। इसके अलावा वारदात के लिए इस्तेमाल हुई बाइक के बारे में डिटेल जुटाने के लिए भी एक टीम रायगढ़ के लिए निकली है। दोनों शूटरों को पकड़ने के लिए पांच राज्यों – महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब की पुलिस मिलकर काम कर रही है।
क्यों सलमान के पीछे पड़ा है लॉरेंस बिश्नोई?
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब सलमान खान के ऊपर इस तरह हमले की साजिश रची गई है। पिछले साल ही एनआईए ने कहा था कि सलमान खान का नाम लॉरेंस बिश्नोई की टॉप 10 टारगेट लिस्ट में शामिल है। लॉरेंस बिश्नोई उस वक्त से सलमान खान के पीछे पड़ा है, जब काले हिरण के शिकार मामले में फैसला आया था। सलमान खान को दो काले हिरणों के शिकार का दोषी माना गया था। हालांकि, उन्हें इस मामले में जमानत भी मिल गई। इसके बाद, साल 2018 में लॉरेंस बिश्नोई ने अपने खास गुर्गे संपत नेहरा को सलमान खान की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी। सलमान पर हमला होता, इससे पहले ही संपत नेहरा पकड़ा गया और लॉरेंस की साजिश नाकामयाब हो गई।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."