सुरेंद्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जयपुर : राजस्थान के केकड़ी जिले के तीन बदमाशों युवकों ने उत्तरप्रदेश के वाराणसी में एक सेवानिवृत महिला शिक्षक के साथ साइबर ठगी का बड़ा कारनामा किया। जिसको सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। तीनों बदमाशों ने सेवानिवृत्त शिक्षक के साथ 3.55 करोड रुपए ठग लिए।
वाराणसी पुलिस ने वारदात का खुलासा कर केकड़ी जिले के तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रुपए की नगदी, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड, मोबाइल फोन, पैन कार्ड और चेक बुक बरामद की है। इसके अलावा पुलिस ने आरोपियों से एक लग्जरी कार भी बरामद की है।
15 बदमाश पहले गिरफ्तार हो चुके हैं, राजस्थान के भी तीन आरोपी
डीसीपी ने बताया कि इस मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेजा जा चुका है। इस दौरान राजस्थान के केकड़ी जिले के तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें मुख्य आरोपी हिमांशु वर्मा उर्फ टाइगर, अनंत जैन और दीपक वासवानी है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 3.70 लाख रूपए नकद, एटीएम कार्ड, सिम कार्ड, 6 मोबाइल फोन, चेक बुक और कुछ पैन कार्ड भी बरामद हुए हैं। इसके अलावा फिंगरप्रिंट स्कैनर मेगा डिवाइस भी बरामद की है।
महाराष्ट्र का फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर झांसे में लिया
वाराणसी के डीसीपी (क्राइम) चंद्रकांत मीणा ने ‘नवभारत टाइम्स के रिपोर्टर मनीष बागड़ी’ को फोन पर बताया कि इस मामले में पीड़ित सिगरा थाना क्षेत्र की रहने वाली सेवानिवृत्ति महिला शिक्षिका शंपा रक्षित ने 8 मार्च को साइबर धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया।
इसमें बताया कि उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) का कर्मचारी बताया। साथ में उसने कहा कि उसका फोन 2 घंटे में निष्क्रिय हो जाएगा। इसके बाद उसके पास पुलिस से फोन आएगा। इसके बाद महाराष्ट्र के विले पार्ले पुलिस स्टेशन से विनय चौबे नाम के एक फर्जी अधिकारी ने उन्हें फोन कर धमकाया।
धमकी देकर राशि ट्रांसफर करने को कहा
डीसीपी (क्राइम) चंद्रकांत मीणा ने बताया कि फोन करने वाले बदमाश ने पीड़िता को बताया कि उसका सिम कार्ड घाटकोपर का है और उसे पर अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। उसने पीड़िता को धमकी दी कि उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है। साथ में उसने पीड़िता को घर पर रहने और यह बात किसी को नहीं बताने के लिए कहा।
इसके बाद फर्जी अधिकारी ने धमकाते हुए कथित आरबीआई खाते का हवाला देते हुए उसमें रकम ट्रांसफर करने के लिए कहा। साथ में कहा कि उसके खिलाफ जांच होने के बाद वह राशि वापस उसे लौटा दी जाएगी। इस पर पीड़ित में पहली बार में तीन करोड रुपए और दूसरी बार में 55 लाख रुपए बताए खाते में ट्रांसफर किए।
Author: samachar
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