इरफान अली लारी की रिपोर्ट
गोरखपुर: बोर्ड परीक्षा की कॉफी मूल्यांकन के दौरान फेल होने और साल खराब होने के डर से कमजोर छात्र-छात्रा कई प्रकार के बहाने बनाते हुए भावनात्मक अपील कर रहे हैं, ताकि शिक्षकों उन्हें पास कर दें।
ताजा मामला गोरखपुर का है, जहां एक इंटर की छात्रा ने शिक्षक से गुहार लगाई कि सर मुझे पास कर दीजिए, यदि मैं फेल हो गई तो घर वाले मेरी शादी करा देंगे, जिससे मैं आगे की पढ़ाई नहीं कर पाऊंगी। ऐसी कई भावुक अपील और गुहार कॉपी मूल्यांकन के दौरान देखने को मिल रही है।
यूपी बोर्ड परीक्षा संपन्न होने के बाद कॉपी मूल्यांकन का कार्य चल रहा है। इस दौरान जुबली इंटर कॉलेज में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां कॉपियों का मूल्यांकन हो रहा है। ऐसे में मूल्यांकन के दौरान विद्यार्थियों की कई ऐसी भावनात्मक गुहार सामने आ रही हैं, जिसके तहत उन्होंने परीक्षा में पास करने के अलग-अलग बहाने बनाएं, कोई शादी टूटने के डर से पास करने के गुहार लगा रहा है, तो कोई इस वजह से की उसकी शादी ना हो।
बुधवार को कॉपी मूल्यांकन के दौरान एक ऐसा ही मामले सामने आया जब इंटर की एक छात्रा ने हिंदी की पूरी कॉपी सादी छोड़ दी, सिवाय इस अपील के कि “गुरु जी पास कर दीजिए यदि फेल हो गई तो घर वाले शादी कर देंगे” मुझे आगे पढ़ाई करनी है, अब यह आपके हाथ में है कि मेरी शादी हो या मैं आगे पढ़ सकूं मैं आगे पढ़ना चाहती हूं।
इस बारे में कंट्रोल रूम प्रभारी किरण कुमार ने कहा कि उसकी इस गुहार की अनदेखी कर शिक्षक ने तय मानकों पर मूल्यांकन कर कॉपी जांची है।
मूल्यांकन के दौरान ऐसी कई अपील सामने आ रही है, कोई शादी टूटने का हवाला देकर गुहार लगा रहा है तो कोई इसलिए पास करने को कह रहा है ताकि उसकी शादी टल जाए।
किरण कुमार आगे कहते हैं कि यह कोई एक मामला नहीं ऐसे कई मामले सामने आए हैं, इसके तहत छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रकार की गुहार लगाते हुए पास करने की भावुक अपील की है। जिनमें कुछ ने तो अपने माता-पिता की बीमारी का हवाला देते हुए लिखा कि वह बेहद बीमार है। और कभी भी हमारा साथ छोड़ सकते हैं, ऐसे में आप हमें पास कर देंगे तो वह अपनी आंखों के सामने मुझे पास होता देख सकेंगे। कुछ ने तो हद ही पार कर दी ,उन्होंने कॉपियों के बीच में रुपए रखकर शिक्षक से पास करने की अपील की है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."