इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया, भाटपार रानी जमा मस्जिद के इमाम हजरात मोहम्मद कैफ कादरी साहब ने माहे रमजान शरीफ की फजीलत के बारे में बताया कि यह रमजान एक ऐसा पवित्र महीना है जो अल्लाह तबारक व ताला अपने बंदों पर फर्ज बताया है। हर बंदे मोमिन को इस पाक रमजान महीने का एहतराम करना चाहिए और रोजा रखना चाहिए।
मोहम्मद कादरी ने बताया कि हुजूर मोहम्मद कायनात का इरशादे पाक का यह फरमान है कि आलीशान पुरी उम्मत के नाम हजरत सलमान फारसी राजीअल्लाह तालाअन्होफर्माते हैं कि शाबान की आखिरी रोजा हुजूर ए पाक ने हमे मुखातिब फरमाया कि ऐ लोगो तुम पर एक ऐसा महीना आ रहा है जो बड़ा पाक और मुबारक है। जो सब्र और मोहब्बत का महीना है। इसमें मोमीन का जिक्र बाढ़ जाता है।
इस महीने के दीगर फजायल बयान फरमाते हुए फरमाया कि माहे रमजान वह महीना है जिसका (अव्वल आसरा रहमत का है ) (औसत असरा बख्शीश का है ,)और (आखिरी असरा दोजक से आजादी का है)।यह शान है माहे रमजान के रहमत और मगफिर से निजात पाने का।
खुशनसीब है वह लोग जो इस माहे पाक मुबारक रमजान का एतराम करने का मौका मिल रहा है। इन शहादतों से मालामाल हो कर निजात हासिल कर लेते हैं अल्लाह तआला कुरान में फरमाया है। पारा नंबर दो में सूर्य बकरा में वो इनाम वालों तुम पर रोजी फर्ज किया गये जैसे अगले पर फर्ज किये गए थे इसलिए की तुम परहेजगार बानोऔर रमजान की महीने का एतराम और इबादत करो।
Author: samachar
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