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19 January 2025 5:21 am

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चुनाव से पहले “हारे” जैसे अखिलेश… जिसको आगे बढ़ाता हूं, वही आंखें दिखाने लगता है… गठबंधन में टिकट देने पर धोखा खाने की कही बात

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की राजनीति गरमा रही है। इस बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की चिंता सामने आई है। दरअसल, राज्यसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखी। साथियों ने आंख दिखाई। कई विधायक छिटके। सात ने क्रॉस वोटिंग की। कई परोक्ष रूप से विपक्ष को मदद करते दिखे। वहीं, पुराने सहयोगी साथ छोड़ गए। मजबूत स्थिति के बाद भी सपा तीसरी सीट जीत नहीं पाई। अब राज्यसभा चुनाव 2024 में तीसरे उम्मीदवार आलोक रंजन की हार के बाद अखिलेश यादव का चेहरा बुझा हुआ दिख रहा है। सहयोगी दलों पर भरोसा कर मात खाने पर वे भड़के हुए दिख रहे हैं। अखिलेश यादव यह भी कहते दिखे कि जिसको आगे बढ़ाते हैं, वही आंख दिखाने लगता है। इस बयान के जरिए अखिलेश यादव ने पुराने सहयोगियों रालोद के जयंत चौधरी, विधायक पल्लवी पटेल से लेकर सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर तक को लपेट लिया। साथ ही, उनके निशाने पर क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक रहे। राज्यसभा में हार की निराशा उनके चेहरे पर दिखी। हालांकि, वे अब लोकसभा चुनाव में अपने दम पर आगे बढ़ने की तैयारी करते दिख रहे हैं। इस क्रम में अधिक साथियों को जोड़ने की बात पर भी उनका आक्रोश झलका है।

अखिलेश यादव ने अपने बयान के जरिए खिलाफ जाने वाले नेताओं को साधा है। सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पलवी पटेल ने उनकी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक वाली पीडीए राजनीति पर सवाल खड़ा कर दिया। पल्लवी पटेल ने जया बच्चन और आलोक रंजन जैसे सवर्ण राज्यसभा उम्मीदवारों के जरिए अखिलेश यादव के सामने सवाल खड़ा किया। वह किसी भी स्थिति में इन कैंडिडेट को वोट नहीं करने की बात कहती रही। राज्यसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने रामजी लाल सुमन को वोट किया। इसके साथ ही पीडीए के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। पल्लवी पटेल के रुख ने अखिलेश यादव के पीडीए पॉलिटिक्स पर सवाल खड़ा किया है। ऐसे में अखिलेश अब जवाबी हमला करते दिख रहे हैं। वे पूर्व सहयोगियों पर निशाना साध रहे हैं।

जयंत पर भी साधा निशाना

जयंत चौधरी ने चुनाव के ठीक पहले सपा का साथ छोड़कर एनडीए का दामन थाम लिया। जयंत चौधरी को अखिलेश यादव ने अपने कोटे से राज्यसभा भेजा। एनडीए के साथ जाने के कारण राज्यसभा चुनाव में अखिलेश यादव की रणनीति गड़बड़ा गई। भाजपा ने अपने आठवें कैंडिडेट खड़ा किया। संजय सेठ के रूप में भाजपा ने अपनी रणनीति तैयार की। उत्तर प्रदेश से पार्टी आठ राज्यसभा सांसद को जिताने में कामयाब हो गई। अब इस पूरे मसले पर अखिलेश यादव का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान अपने मन की बात की। उन्होंने कहा जिसे आगे बढ़ाता हूं, वही आंखें दिखाने लगता है। मीडिया कर्मियों के सवाल पर उन्होंने पूछा कि आप ही बताओ, मैं क्या करूं?

अखिलेश ने की बड़ी बात

अखिलेश यादव से जब मीडिया ने सवाल पूछा कि नाराज विधायकों को क्यों नहीं मना पा रहे हैं? इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि हम तो नहीं मना पा रहे हैं। अगर आप मना सको तो प्रयास कर लो। हमने तो राज्यसभा खो दिया। अब क्या करें? एआईएमआईएम के उम्मीदवार उतारने पर अखिलेश ने कहा कि पहली बार तो वे उम्मीदवार नहीं उतार रहे। उन्होंने कहा कि वे टिकट की मांग रहे हैं। हम कहां से टिकट दे दें। उन्होंने साफ कहा कि गठबंधन में टिकट दे- देकर हम ही धोखा खा रहे हैं। जिसको आगे बढ़ा रहे थे, वही आंख दिखा रहा है। सोचो आप, हम क्या करें, आप बताओ। राज्यसभा चुनाव पर अखिलेश ने कहा कि आप ही बताएं, क्या 9 विधायकों में कोई उम्मीदवार जिता सकता है। लेकिन, यहां जीत मिली है।

अखिलेश यादव ने क्रॉस वोटिंग करने वालों पर कहा कि हमने कहा था कि धोखा नहीं देना। समाजवादी धोखा नहीं देते हैं। हमलोग धोखा खाए हैं। यह पहचान हो जाती है मित्र की और सबकी। बुरे वक्त में साथ देने वाला ही असली मित्र होता है। कार्रवाई के मसले पर उन्होंने कहा कि छोड़िए उनके बारे में। हम आगे बढ़ रहे हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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