हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
भिलाईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आईआईटी भिलाई के स्थायी परिसर का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया है। इसी के साथ पीएम मोदी ने कवर्धा और कुरुद में केंद्रीय विद्यालय के नई बनी बिल्डिंग का भी लोकार्पण किया। आज हुए इस कार्यक्रम के बाद छत्तीसगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में और आगे बढ़ गया है। जिस आईआईटी का वर्चुअल शुभारंभ पीएम मोदी ने किया है उसकी आधारशिला खुद प्रधानमंत्री ने ही रखी थी। आईआईटी निर्माण के लिए पीएम मोदी ने 14 जून 2018 को आधारशिला रखी थी।
4 सालों में बनकर हुआ तैयार
साल 2018 में आधारशिला रखने के बाद इसके लिए निर्माण कार्य 8 जुलाई 2020 को शुरू हो गया। भिलाई का आईआईटी परिसर 400 एकड़ में फैला है। आरंभिक रूप से इसके निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से 1,090 करोड़ 18 लाख रुपए स्वीकृत किए गए।
बिल्डिंग में लेक्चर हाल, सेमिनार रूम, क्लास रूम आदि बनाये गए हैं। भिलाई आईआईटी में निर्मित भवनों के नाम छत्तीसगढ़ के प्रमुख नदियों और पर्वतों के नाम पर रखे गए हैं। जिससे इस आईआईटी परिसर की शोभा और बढ़ गई है।
इस कार्यक्रम में भिलाई आईआईटी के अधिशासी मंडल के अध्यक्ष के. वेंकटरमन ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद भिलाई आईआईटी के निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भिलाई आईआईटी के सात वर्षों के सफर की जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू से भिलाई आईआईटी के स्थाई कैंपस औऱ कवर्धा और कुरुद केन्द्रीय विद्यालय के नवनिर्मित भवनों का ऑनलाइन लोकार्पण किया है।
भिलाई आईआईटी की यह है खासियत
भिलाई आईआईटी थ्री-डी IIT है। इसे थर्ड जेनरेशन आईआईटी भी कहा जाता है। यहां ढाई हजार (2500) विद्यार्थियों की क्षमता है। जबकि वर्तमान में यहां 700 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।
भिलाई आईआईटी में डिपार्टमेंट डिसीप्लिन प्रोग्राम भी हैं। साथ ही भिलाई आईआईटी में छोटे कोर्सेस, डिप्लोमा कोर्सेस और सर्टिफिकेट कोर्सेस भी शामिल हैं। इस खास परिसर के निर्माण के लिए केंद्र शिक्षा मंत्रालय ने 1090 करोड़ 18 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। जिसमें 879.22 करोड़ की लागत से बिल्डिंग और दूसरे काम कराए गए हैं। बिल्डिंग में लेक्चर हाल, सेमिनार रूम, क्लास रूम बनाए गए हैं।
Author: samachar
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