हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
सरगुजाः पूत कपूत हो सकता है मगर माता कभी कुमाता नहीं हो सकती। वह हर हाल में पुत्र की रक्षा करने के साथ मंगल कामना ही करती है। मगर दुनिया में कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो मां के प्रति इस धारणा को न सिर्फ तार-तार करतीं हैं बल्कि कलेजे के टुकड़े मासूम पुत्र की हत्या करने से भी गुरेज नहीं करती हैं।
इसी तरह की दिल दहला देने वाली एक घटना छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के कुन्नी चौकी क्षेत्र में सामने आया है।
दरअसल, कुन्नी चौकी क्षेत्र में 25 जनवरी की रात खौफनाक वारदात हुई। जहां, शराबी पति से परेशान एक महिला ने कथित तौर पर न सिर्फ अपने 8 माह के मासूम पत्र की गला रेत हत्या कर दी बल्कि हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए पेट में भी चाकू से वार कर दिया। इस वारदात के बाद मां फरार बताई जा रही है।
शराबी पति की हरकतों से थी परेशान
घटना को लेकर कुन्नी चौकी प्रभारी राजेश्वर महंत ने बताया कि ग्राम सकरिया निवासी पवन चौहान शराबी है। उसकी इस आदत के चलते पत्नी फुल कुंवारी और उसके बीच आए दिन विवाद होता था।
इस घटना के संबंध में परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक 25 जनवरी की रात को भी पति शराब के नशे में चूर होकर घर पहुंचा था। जहां दोनों के बीच विवाद हुआ तो पत्नी ने नाराजगी जताते हुए गुस्से में कहा था कि वह बच्चे को मार कर खुद भी जान दे देगी। इस विवाद के बाद एक पलंग में बच्चे के साथ दोनों सोए हुए थे।
अपने बच्चे को देख पिता की निकली चीख
26 जनवरी को तड़के करीब चार बजे पति उठा और पत्नी को गुड़ाखू लाने के लिए कहा। पत्नी गुड़ाखू लाने के नाम से कमरे से बाहर निकली और वापस नहीं लौटी। इसके थोड़ी देर बाद जब पति की नजर बेटे पर पड़ी तो चीख निकल पड़ी।
मासूम पुत्र खून से लथपथ था। उस रेते जाने का निशान और पेट में भी जख्म देख उसे मामला समझने में देर नहीं लगी।
किसलिए मां ने की मासूम की हत्या?
खबर पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा पोस्टमार्टम की कार्यवाई के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। हत्या की संदेही मां फरार है।
यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं मां ने भी तो आत्मघाती कदम नहीं उठा लिया। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। इस मामले में बड़ा सवाल यह भी है कि यदि मां ने पुत्र की हत्या की है तो इसकी वजह क्या है? क्या पति के शराबी होने पर एक मां अपने पुत्र की इस तरह हत्या कर सकती है, या कोई और वजह है।
Author: samachar
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