चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गजाधरपुर(बहराइच)। अयोध्या में भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर मुस्लिम युवक ने शादी रचाकर यादगार बनाया है। इस फैसले की क्षेत्र में चर्चा हो रही है।
मुड़की गांव के ट्रासंपोर्ट मालिक मेराज ने बहराइच नगर के बशीरगंज निवासी मोहम्मद एकलाख की बेटी सबीहा खान के साथ सोमवार को निकाह कर शगुन के तौर पर महज तीन डिब्बे खाना लेकर मिसाल कायम की।
मेराज ने बताया कि उनके पिता फय्याज अहमद शुरू से ही लड़कियों को उच्च शिक्षा दिलाने के हिमायती रहे हैं।
यादगार बनाने के लिए इस दिन किया निकाह
वह भी घर के संस्कारों को आगे ले जाते हुए दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या और नशे जैसी बुराइयों का कड़ा विरोध करते हैं। एक लाख खान की कैंसर के इलाज में घर की हालत खराब हो गई। उनकी मौत के बाद जब घर में कोई और कमाने वाला नही था तो उसके दूर के रिश्तेदार शमीम ने उसके यहां रिश्ते की बात की। उनके परिवार ने सोचा कि अयोध्या में रामोत्सव के दिन घर भी शहनाई बजे तो जिंदगी भर यादगार रहेगा।
ईश्वर एक है, नाम अनेक हैं। कोई पंथ व ग्रंथ आपस में द्वेष करना नहीं सिखाता। मेराज व सबीहा खान के निकाह समारोह में नवदंपति को आशीर्वाद देने के लिए सोमवार को तमाम रिश्तेदार व दोस्त मुड़की गांव पहुंचे।
Author: samachar
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