हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
रायगढ़ । रायगढ़ में बढ़ते हुए यातायात के दबाव को कम करने के लिए एक रिंग रोड की नितांत आवश्यकता है। इसके लिए पहले एक सर्वे करके प्रस्ताव राज्य शासन और केंद्र शासन को भेजा गया था। बाद में प्रस्तावित मार्ग में कुछ फेरबदल की गई और ऐसे क्षेत्र के लिए फिर से सर्वे करने की बात कही गई जहां पर नई कालोनियां और आबादी बस चुकी है ।
उसके बाद यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया परंतु जिस तरह औद्योगिक विकास के साथ-साथ भारी वाहनों का परिवहन बढ़ने लगा है अब रिंग रोड बनना नितांत आवश्यक है।
प्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रियल एसोसिएशन जिला रायगढ़ के अध्यक्ष हीरा मोटवानी एवं महामंत्री राजेश अग्रवाल ने राज्य शासन से अपील की है कि वह जल्दी से जल्दी इस रिंग रोड के प्रस्ताव को आगे बढ़ाएं और घनी आबादी वाले क्षेत्र से प्रस्तावित रिंग रोड को हटा कर दोबारा सर्वे करवा कर इन इलाकों से दूर प्रस्तावित किया जाए ।
उल्लेखनीय है कि किसी भी शहर के रिंग रोड को आने वाले भविष्य में 40 -50 वर्षों के होने वाले भौगोलिक विकास के अनुमान के आधार पर बनाया जाता है।
वर्तमान प्रस्तावित रिंग रोड का जो मसौदा बनाया गया है उसमें अंबिकापुर पत्थलगांव जशपुर धरमजयगढ़ घरघोड़ा तमनार होते हुए जो भारी वाहन आएंगे वे गोवर्धनपुर होते हुए इंदिरा विहार के रास्ते से आगे बढ़ेंगे।
यहां पर देखने वाली बात यह है कि गोवर्धनपुर और इंदिरा विहार तक रायगढ़ का विस्तार हो चुका है। कई कालोनियां बसी हुई है कई कालोनियां प्रस्तावित है।
यहां पर दो बड़े स्कूल है और एक कृषि महाविद्यालय है जिनके छात्र-छात्राएं प्रतिदिन यही से आना-जाना भी करते हैं। यदि भारी वाहन इस मार्ग का इस्तेमाल करेंगे तो कुछ दिनों में ही यह एक बड़ा नासूर बन जाएगा। फिर इस अनुपयोगी मार्ग को कहीं और प्रस्तावित किया जाएगा ऐसे में शासन को करोड़ों का नुकसान तो होगा ही हो सकता है कि इन भारी वाहनों की चपेट में आकर कुछ नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती है ।
जिस जगह से एनटीपीसी रेल लाइन के लिए इस्तेमाल किया गया है। उसी मार्ग पर रिंग रोड को उर्दना के पास से बाहर बाहर एनटीपीसी रेल लाइन के समानांतर ले जाते हुए उड़ीसा मार्ग से जोड़ दिया जाए जिससे भारी वाहन शहर के अंदर नहीं आएंगे और भी शहर को प्रदूषित भी नहीं करेंगे।
यदि हम शहर के बाकी कोनो को देखें तो वहां पर रिंग रोड को शहर से दूर से बनाया जा रहा है परंतु गोवर्धनपुर का यही एक ऐसा कोना है जो शहर से स्पर्श करते हुए निकलेगा अतः इसे भी शहर से दूर होना चाहिए ।
प्रदेश चेंबर ने कहा कि जिस तरह राजधानी रायपुर में रिंग रोड के साथ थी समानांतर सर्विस रोड भी बनाई गई है इस तरह यहां पर भी सर्विस रोड बनानी चाहिए ताकि मुख्य रिंग रोड पर ना तो कभी अतिक्रमण हो सके और ना ही छोटे वाहन रिंग रोड पर जाएं वह सर्विस रोड का इस्तेमाल करते हुए ही अपने मंजिल तक पहुंच जावे ।
Author: samachar
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