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November 22, 2024 2:53 pm

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खुद को मरा हुआ साबित करने के लिए सहेली को जिंदा जलाने वाली इस महिला को आप क्या कहेंगे? पूरी खबर पढिए

13 पाठकों ने अब तक पढा

सर्वश द्विवेदी की रिपोर्ट

मेरठ में एक कोर्ट ने सहेली को जिंदा जलाकर हत्या करने वाली महिला को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। यह फैसला अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश पवन शुक्ला की अदालत ने सुनाया। यह मामला 2 अप्रैल, 2019 को सामने आया था। उस समय 32 साल की अफशाना बेगम ने पड़ोस में रहने वाली अपनी 48 साल की सहेली को जिंदा जला दिया था। दरअसल, अफशाना खुद को मरा हुआ साबित करना चाहती थी। उसका ऑटो ड्राइवर प्रवीण कुमार से अफेयर चल रहा था। वह प्रवीण से शादी करना चाहती थी मगर धर्म अलग-अलग होने के कारण दोनों के घरवाले इस रिश्ते के लिए राजी नहीं थे। अफशाना भागकर प्रवीण से शादी करना चाहती थी। इसलिए अपने घर में सिलेंडर से आग लगाकर उसने जीनत को मारने की साजिश रची ताकि सभी को लगे कि वह मर चुकी है।

हालांकि कुछ दिनों बाद किसी ने अफशाना को देख लिया औऱ मामले का खुलासा हो गया। मामले में एडीजीसी ने मंगलवार को कहा कि अपराध 2 अप्रैल, 2019 को सामने आया था। तब 48 साल की जीनत, मेरठ के लिसाड़ी गेट पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक घर के अंदर मृत पाई गई। वहीं घटना पर अतिरिक्त जिला सरकारी वकील (एडीजीसी) मुकेश कुमार मित्तल ने कहा, जीनत की 13 साल की बेटी की गवाही से दोष साबित हो गया। चलिए बताते हैं कि पूरा मामला क्या है।

जीनत की शादी मोहम्मद अशरफ नामक शख्स के साथ हुई था। अशरफ काम के सिलसिले में अधिकतर बाहर ही रहता था। पड़ोस में ही रहने वाली उसकी सहेली अफशाना अक्सर उसके घर आती-जाती रहती थी। एडीजीसी के बयान के अनुसार, अफशाना को ऑटो चालक प्रवीण कुमार से प्यार हो गया। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन उसके घरवाले इस रिश्ते के खिलाफ थे। अधिकारी के अनुसार, टीवी सीरियल देखने के बाद अफशाना ने अकेले ही जीनत को उसके घर में मारने की साजिश रची।

एक दिन जब जीनत उसके घर गई तो अफशाना ने गैस सिलेंडर के पाइप से आग लगा दी। उसने सोचा कि उसके घर के अंदर ज़ीनत के बुरी तरह जले हुए शव को देखकर सबको यही लगेगा कि मरने वाली महिला अफशाना का ही है। इसके बाद वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई। हालांकि कुछ हफ्ते बाद ही उस पर किसी की नजर पड़ी और मामले ने अलग मोड़ ले लिया। अदालत की सुनवाई के दौरान, ज़ीनत की बेटी ने कहा कि उसकी मां अक्सर ‘अफशाना आंटी के घर’ जाती थी और एक दिन नहीं लौटी…”।

मामले में जीनत के पति ने शिकायत दर्ज कराई क्योंकि उसे आखिरी बार अफशाना के घर पर ही देखा गया था। इसके बाद अफशाना के घर को फिर से खोला गया।

पुलिस को जीनत की बालियां, चप्पलें मिलीं। जिससे पता चला कि अफशाना जलकर मर चुकी है। इसके बाद अफ़शाना पर हत्या का आरोप लगाया गया और कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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