परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली: एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट विनेश फोगाट ने मंगलवार को ऐलान किया था कि वह अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटा देंगी। उन्होंने देश में महिला पहलवानों के साथ हो रहे व्यवहार के विरोध में यह ऐलान किया था।
अब वह आज अपने अर्जुन और खेल रत्न पुरस्कार लेकर पीएमओ जा रही थीं। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। फिर विनेश ने नई दिल्ली में कर्तव्य पथ के फुटपाथ पर अपना अवॉर्ड छोड़ दिए।
पीएम को लिखा था पत्र
विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने घटनाक्रम और डब्ल्यूएफआई के नए अध्यक्ष संजय सिंह के चुनाव पर निराशा व्यक्त की थी।
संजय सिंह बृज भूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी हैं, जिन पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप था। विरोध में ओलिंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक पहले ही संन्यास का ऐलान कर चुकी हैं।
यह दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए। देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुज़र रही हैं। #vineshphogat pic.twitter.com/bT3pQngUuI
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) December 30, 2023
वहीं बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री वापस किया था। खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई को भंग कर चुकी है।
Author: samachar
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