चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बहराइच। यूपी के इस जिले में ग्राम प्रधान का एक नया कारनामा सामने आया है। सार्वजनिक शौचालय के निर्माण में ऐसा खेल हुआ कि ग्रामीण भड़क गए। उनका कहना है कि इससे उनकी निजता भंग होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत डीपीआरओ से किया। जांच के दौरान शिकायत सही पाए जाने पर डीपीआरओ ने प्रधान और सेक्रेटरी को नोटिस जारी किया है।
यूपी के बहराइच जिले के बभनियावा गांव में वर्ष 2020 में सरकार ने लाखों रुपए खर्च करके सामुदायिक शौचालय बनवाया। लेकिन इसमें मानकों का उल्लंघन हुआ।
एक ही कमरे में चार सीटों का स्थापना किया गया। जिससे लोगों की निजता की समस्या उत्पन्न हो रही है।
डीपीआरओ ने ग्राम प्रधान और सचिव को नोटिस जारी किया है। प्रदेश सरकार ने स्वच्छता के लिए गांवों में सामुदायिक शौचालय बनाने का प्रोत्साहन दिया है। लेकिन प्रधान और सचिव ने ऐसा खेल कर दिया है। ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गया है।
बहराइच जिले के पयागपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत बभनियावां में वर्ष 2020-21 में तत्कालीन ग्राम प्रधान रामवती मिश्रा और सचिव की ओर से सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया गया।
नियमों के मुताबिक सामुदायिक शौचालय के निर्माण में अलग-अलग सीट रखने के बजाय एक ही कमरे में चार सीट एक लाइन से रखवा दिया। लोग इसका इस्तेमाल भी करने लगे। शौचालय की गंदगी इस बात की गवाह है।
एक कमरे में चार सीट रखने से जहां निजात भंग हो रही है। वही लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। गांव के कुछ लोगों ने इसकी शिकायत बीडीओ से किया लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुई। अब शिकायत डीपीआरओ के पास पहुंची है। डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी ने कार्यवाई के साथ जांच के निर्देश दिए हैं। स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत शहरों की तर्ज पर की तर्ज पर गांव में बने शौचालय मानकों की अनदेखी के कारण स्वच्छ भारत मिशन अभियान को पलीता लगा रहे हैं।
एक कमरे में एक लाइन से लगा दी चार सीट
सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जाता है। इसमें महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग छोटे-छोटे कमरे बनाकर सीट रखी जाती है। लेकिन यहां पर ग्राम प्रधान ने एक ही कमरे में एक लाइन से चार सीट लगवा दिया। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."