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19 January 2025 7:54 am

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सचिवों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में दर्ज़ है एफ आई आर… अभी तक आरोपी सचिव नहीं हुए गिरफ्तार, वाह रे सरकार

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट। ग्राम पंचायतों में ग्राम निधि की धनराशि से हुए फर्जी भुगतान को लेकर जिला पंचायत राज अधिकारी ने 05 दिसंबर 2023 को सदर कोतवाली कर्वी में शिकायती पत्र देकर ब्लाक पहाड़ी व ब्लाक मानिकपुर के सत्रह सचिवों के विरूद्ध एफ आई आर दर्ज़ करने की मांग की थी जिसमें दिनांक 8 दिसंबर 2023 को सत्रह सचिवों के विरूद्ध एफ आई आर दर्ज़ हो गई थी लेकिन दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक सचिवों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है l

सचिवों के विरूद्ध दर्ज़ एफ आई आर में जॉच अधिकारी द्वारा घोर लापरवाही बरतने का काम किया जा रहा है अगर किसी आम आदमी की एफ आई आर दर्ज़ होती है तो उसे जल्द से जल्द जेल भेजने का काम किया जाता है लेकिन सरकारी धन का बंदरबाट करने वाले सचिवों की गिरफ्तारी न होना पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रहा है आखिर कब तक जॉच अधिकारी जॉच के नाम पर मामले को आगे बढ़ाते रहेंगे l

ग्राम पंचायतों में ग्राम निधि की धनराशि का बंदरबाट करने वाले संबंधित सचिव अपने विरुद्ध दर्ज़ एफ आई आर में राहत पाने के लिए कभी माननीय न्यायालय का दरवाज़ा खटखटा रहे हैं तो कभी ज़िम्मेदार अधिकारियों की चौखट पर जाकर माथा टेकने का काम कर रहे हैं जिसके कारण विकास भवन व उसके आसपास दिनभर सचिवों का जमावड़ा लगा रहता है वहीं सचिवों को राहत देने का आश्वासन देते हुए जिम्मेदारों द्वारा अपने चहेते लोगों के जरिए अवैध वसूली भी कराई जा रही है l

मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जारी आदेश में जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय के आदेश संख्या 2499दिनांक 26अक्टूबर 2023के क्रम में गठित विभागीय समिति द्वारा अपनी आख्या दिनांक 5दिसंबर 2023को उपलब्ध कराई गई है जिसमें उक्त भुगतान के अभिलेख/साक्ष्य नहीं उपलब्ध कराए जाने का उल्लेख करते हुए विधिक एवं अनुशासनिक कार्यवाही किए जाने की संस्तुति की गई है l

कार्यालय मुख्य विकास अधिकारी के पत्रांक 383 दिनांक 06दिसंबर 2023 को जारी आदेश में प्रशासनिक समिति का गठन किए जाने का उल्लेख किया गया है जिसमें जॉच समिति का अध्यक्ष राजकुमार त्रिपाठी (जिला विकास अधिकारी चित्रकूट) को बनाया गया है वहीं धर्मजीत सिंह उपायुक्त श्रम एवं रोजगार (मनरेगा) चित्रकूट व मो. यूनुस (सहायक लेखाकार जिला विकास कार्यालय चित्रकूट ) को। सदस्य बनाया गया है व उपरोक्त प्रशासनिक समिति को यह आदेशित किया गया है कि संबंधित कर्मचारियों/सचिवों से अभिलेख एवं भुगतान से संबंधित साक्ष्य प्राप्त करेंगे एवं उनका अभिलेखीय अभिमत प्राप्त कर अपना मंतव्य एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराएगी लेकिन दो सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी प्रशासनिक समिति की जॉच अभी भी ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है l

सूत्रों के अनुसार पता चला है कि कार्यालय मुख्य विकास अधिकारी के पत्रांक 383 दिनांक 06दिसंबर 2023 को जारी आदेश की प्रशासनिक समिति का गठन दिनांक 12दिसंबर 2023 को आनन फानन में किया गया था जिसको बैक डेट में कमेटी गठित दर्शाकर 06दिसंबर 2023 दिखाया गया है l

सवाल यह भी उठता है कि अगर 06 दिसंबर को प्रशासनिक कमेटी गठित हो गई थी तो आदेश की कापी पहुंचने में इतनी देरी क्यों हो गई और यह आदेश दिनांक 12दिसंबर 2023को समिति के पास पहुंचा जबकि विकास भवन में सभी विभागीय अधिकारियों के कार्यालय हैं l

सूत्रों के अनुसार यह भी पता चला है कि प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष राजकुमार त्रिपाठी (जिला विकास अधिकारी चित्रकूट) सदस्य धर्मजीत सिंह (उपायुक्त श्रम एवं रोजगार मनरेगा चित्रकूट )व सदस्य मो. यूनुस (सहायक लेखाधिकारी जिला विकास कार्यालय चित्रकूट ) द्वारा जिला विकास अधिकारी राजकुमार त्रिपाठी के अर्दली कमलेश कुमार यादव द्वारा सचिवों से जॉच के नाम पर अवैध वसूली कराई जा रही है वहीं कार्यवाही होने से घबराए सचिवों का जमावड़ा विकास भवन में लगा रहता है व कार्यवाही होने के डर से प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष व सदस्यों के चहेते अर्दली की हर बात को स्वीकार करते हुए नज़र आ रहे हैं l कई वर्षों से जिला विकास अधिकारी के अर्दली के रुप में तैनात सफाईकर्मी कमलेश कुमार यादव अवैध वसूली का प्रमुख साधन बना हुआ है जो कर्मचारियों को कार्यवाही का भय दिखाकर लूटने का काम कर रहा है जिसके कारण यह अर्दली जिला विकास अधिकारी का चहेता बना हुआ है l

सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि जब मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय से आदेश दिनांक 12/12/2023 को जारी किया गया था तो बैक डेट में दिनांक 06/12/2023 को क्यों दर्शाया गया है जबकि विकास भवन में ही संबंधित विभागीय अधिकारियों के कार्यालय हैं जिनको दिनांक 06/12/2023 को ही रिसीव कराया जा सकता था व अगर आदेश संबंधित अधिकारियों के कार्यालयों में डाक द्वारा भी भेजा जाता तो वह भी एक या दो दिन में पहुंच जाता लेकिन माजरा कुछ और ही नज़र आ रहा है l

वहीं सदर कोतवाली में सचिवों के विरूद्ध दर्ज़ एफ आई आर की जॉच बहुत ही सुस्त रफ्तार में चल रही है जिसके कारण आरोपी सचिव बिना भय के खुलेआम घूमते हुए नज़र आ रहे हैं जिनको देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हे पुलिस प्रशासन की कार्यवाही का कोई भय नहीं है l

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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