सुरेंद्र मिन्हास की रिपोर्ट
बिलासपुर(हिमाचल) : गत दिन सरस्वती विद्या मन्दिर कन्या उच्च निहाल बिलासपुर ने अपना वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह बड़ी धूम धाम से मनाया।
समारोह का आरम्भ विशिष्ट अतिथियों द्वारा मां शारदे को पुष्प अर्पित कर व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ।
कार्यक्रम में जहां मुख्य अतिथि सहित अन्य विभूतियों नें मेधावी छात्र छात्राओं को पुरस्कार वितरित किये वहीं बच्चों नें रंगा रंग संस्कृतिक प्रस्तुतियां दे कर दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हिमाचल शिक्षा समिति के अध्यक्ष मोहन केश्टा नें विद्या भारती और हिमाचल शिक्षा समिति की स्थापना,उद्देश्यों और वर्तमान स्वरूप की विस्तृत जानकारी दी।
इस भव्य आयोजन में स्कूल के बच्चों के अभिभावकों,प्रबंध समितियों,नगर के दोनों संकुलों,विद्यालयों के प्रधानाचार्यों, आचार्यों और प्रबंध समितियों के सदस्यों ने भाग लिया । विद्यालय की प्रधानाचार्या मीना शर्मा ने गौरवशाली वार्षिक रिपोर्ट पटल पर रक्खी।
मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक त्रिलोक जम्वाल ने भावी पीढी में संस्कारों और संस्कारित शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया साथ ही बच्चों से आह्वान किया कि वे पढाई के साथ साथ संस्कारों को ना भूलें।
कार्यक्रम के अध्यक्ष इतिहास संकलन समिति के प्रांत उपाध्यक्ष ड़ा सुरेश सोनी ने देश में केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई नई शिक्षा नीति परविस्तार साए प्रकाश डाला और उसे समय की मांग करार दे कर उसके रोज्गारोन्मखी होने का हवाला दिया ।
कार्यक्रम में स्थानीय स्कूल स्टाफ द्वारा विशेष अतिथियों में समिति अध्यक्ष जय देव शर्मा, प्रांत शैक्षणिक प्रमुख सुरेश चडढ़ा,प्रांत संस्कृत भाषा प्रमुख प्रवीण कुमार,इन्द्र सिंह डोगरा,दीप,शशि कान्त,रिषभ डोगरा, राजेश उपाध्याय,राकेश रॉकी,बी डी सी सुमन गर्ग,पूर्व प्रधानाचार्य शालिनी शर्मा,सोनिया डोगरा,अरुण कुमार और सुरेन्द्र सिंह को भी सम्मानित किया।
समापन पर स्कूल प्रबंध समिति के प्रबंधक दीप नडड़ा ने कार्यक्रम में पधारने के लिये सभी का धन्यवाद किया।
Author: samachar
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