चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव का इतंजार अब खत्म हो गया है। 21 दिसम्बर को चुनाव होंगे और साथ ही साथ उसी दिन ही चुनाव के नतीजे भी घोषित किए जाएंगे। इससे पहले कुश्ती संघ के चुनाव कई बार टल चुकें हैं।
चुनाव की पूरी प्रक्रिया डब्ल्यूएफआई के अनुसमर्थित संविधान की शर्तों और प्रासंगिक प्रावधानों और भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा जारी मॉडल दिशानिर्देश, 2011 का पालन करेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा लगाई गई रोक को रद्द कर दिया, जिससे नए WFI गवर्निंग बॉडी के चुनाव की प्रक्रिया का मार्ग खुल गया।
बता दें कि ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित कई पहलवान बृजभूषण द्वारा महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में दो महीने से अधिक समय तक जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे रहे। जिसके बाद खेल मंत्रालय ने शीर्ष भारतीय पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बृजभूषण शरण सिंह की अध्यक्षता वाले महासंघ को निलंबित कर दिया था।
गौरतलब है कि चुनाव प्रक्रिया, जुलाई में शुरू होनी थी, लेकिन अदालती मामलों के कारण विलंबित कर दी गई थी। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय महासंघ, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग द्वारा समय पर नए चुनाव कराने में विफल रहने के कारण डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया था। भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा गठित एक समिति वर्तमान में डब्ल्यूएफआई के मामलों को चला रही है।
Author: samachar
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