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19 March 2025 9:09 pm

चैत्र नवरात्रि के अवसर पर रंगोली व गरबा प्रतियोगिता का आयोजन

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट 

देवरिया, बरहज क्षेत्र के बराव चौराहे से पश्चिम मोहरा समोगर रोड पर स्थित गुरुकुलम विद्यापीठ द्वारा चैत्र नवरात्रि के अवसर पर शनिवार को रंगोली व गरबा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

रंगोली प्रतियोगिता में समर्थ हाउस, संयम हाउस, विवेक हाउस, व संकल्प हाउस ने प्रतिभाग किया।

समर्थ हाउस के टीम लीडर सुषमा धनंजय सिंह व प्रतिभागी सुष्मिता देवरी, प्रांजल श्रीवास्तव, पियूष, आयुष, साहिल, प्रिया, रिया के द्वारा मां दुर्गा की रंगोली ढोल व कलश के साथ बनाई गई।

संयम हाउस के टीम लीडर के0 एन0 त्रिपाठी (विकास) असिस्टेंट हाउस मास्टर अनामिका जोन व प्रतिभागी रोशनी, चांदनी, रिद्धिमा, हर्षित, सुजय के द्वारा अनाजो का प्रयोग करके अलग अलग रंगो से रंगोली बनाया गया जो धन्य, धान्य व संपन्नता का प्रतिक है। इसमें वास्तु शास्त्र व दिशाओं के अनुसार रंगो का प्रयोग किया गया। जिसमे पूर्व दिशा की तरफ लाल रंग सूर्य को समर्पित, उत्तर दिशा सफेद हिमालय का प्रतीक, दक्षिण दिशा नीला रंग समुद्र का प्रतीक व पश्चिम दिशा के तरफ हरा रंग हरियाली के लिए समर्पित है।

विवेक हाउस के टीम लीडर सूर्यांश राव, असिस्टेंट हाउस मास्टर अनिता जागीर व प्रतिभागी आरू गौतम, आर्ना त्रिपाठी, सूर्यांश तिवारी, श्रेया विश्वकर्मा, सूर्यांश राव ने फूलों व पतियों से रंगोली बनाया। जिसमे दश बुराइयां लोभ, मोह, मानस, अंहकार, मद, मत्सर, बुद्धि, काम और चित को दूर करने का संदेश दिया।

संकल्प हाउस के टीम लीडर दीप रंजना स्वरूप, असिस्टेंट हाउस मास्टर कृपा तिरकी व प्रतिभागी आस्था, निहारिका, आयुष, नव्या, अंकित ने रंगो का प्रयोग करके रंगोली बनाया।

रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान विवेक व संकल्प, द्वितीय स्थान संयम हाउस व तृतीय स्थान समर्थ्य हाउस के प्रतिभागियों ने प्राप्त किया।

प्रधानाचार्य प्रो0 राजेश त्रिपाठी ने गरबा के त्यौहार पर मां दुर्गा को प्रसन्न करने लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह त्यौहार व्रत करने प्रार्थना करने व दुर्गा माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए होता है। प्रत्येक दिवस रंगो का प्रतिनिधित्व करता है जो कि माता के स्वरूप को दर्शाता है तथा बच्चों में पढ़ाई के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन समय समय पर कराना चाहिए जो पढ़ाई के साथ हमारी संस्कृति को दर्शाता है और हमारी संस्कृति ही हमारी विरासत है।

डायरेक्टर अनीता त्रिपाठी ने कहा कि मां दुर्गा सरस्वती का रूप है।

रंगोली प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चो में संस्कृति प्रतिभा का विकास होगा तथा उनके मन में देवी देवताओं के प्रति आस्था व विश्वास बना रहे जिससे मां सरस्वती उनके अंदर ज्ञान, बुद्धि दे और एक अच्छे संस्कार व चरित्र का निर्माण हो।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."