सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। सलेमपुर सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस पर विवादित बयान पर कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को जनता ने नकार दिया है। वे चर्चा में बने रहने के लिए ऐसा बयान देते हैं। जैसे द्वापर और त्रेता युग मे राक्षस हुआ करते थे, वैसे ही कुछ राक्षस कलयुग में भी है जैसे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य जो करोड़ों लोगों की आस्था के साथ लगातार खिलवाड़ करते चले आ रहे हैं।
इसे भी पढ़ें ?रामचरित मानस पर टिप्पणी कर फंसे स्वामी प्रसाद मौर्य, दर्ज हुआ मामला
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के बारे में ऐसे शब्द कहना उनके निकृष्ट मानसिकता को दर्शाता है। ऐसी बात करना किसी भी राजनेता को शोभा नहीं देता, ऐसा बयान उनके पार्टी तथा उनका चरित्र का दर्पण है। जो ऐसे बयान देते हैं, इसका मतलब उन्होंने रामचरित मानस को पढ़ा ही नहीं है। राम जी समाज का एक उदाहरण हैं, राम सर्व समाज के अराध्य है । स्वामी प्रसाद मौर्या जब तक भारतीय जनता पार्टी में थे तब तक कभी भी उनके मुंह से कोई बदजुबानी नहीं सुनी लेकिन जब से समाजवादी पार्टी के साथ गए तो जानबूझकर समाजवादी पार्टी के एजेंडे के तहत हिंदुओं को अपमानित करने के लिए और तुष्टिकरण करने के लिए आज वो रामचरितमानस का इस तरह से विरोध करने का काम कर रहे हैं।
उक्त अवसर पर मीडिया प्रभारी अजय दूबे वत्स मौजूद रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."