सुरेन्द्र प्रताप सिंह के साथ राम अवतार जांगिड़ की रिपोर्ट
जोधपुर(राजस्थान)। जोधपुर में मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले सप्ताह गुरुवार से लेकर आज सवेरे तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जिंदा जलने से….। दूल्हे का पूरा परिवार खत्म होने के कगार पर है।
सोमवार शाम दूल्हे की मां साथ छोड़ गई और आज सवेरे पिता भी हमेशा के लिए चले गए। माता पिता की सिर्फ यही इच्छा थी कि बेटा दूल्हा बने और घर बहू आए…। बेटा दूल्हा बना भी लेकिन अब अस्पताल में सांसों की लड़ाई लड़ रहा है। दो साल से घर आने का इंतजार कर रही बहू का इंतजार और ज्यादा लंबा होता जा रहा है।
एक सप्ताह से जारी है मौत का सिलसिला…
दरअसल, जोधपुर के शेरगढ़ थाना इलाके में स्थित भूंगरा गांव में पिछले सप्ताह गुरुवार को दोपहर में बारात रवाना होने से ठीक पहले एक साथ पांच सलेंडर धमाके हुए। उस समय वहां पर करीब सौ से ज्यादा लोग थे।
हादसे में दो साल के बच्चे समेत सत्तर साल के बुजुर्ग तक साठ लोग झुलस गए। इनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से अब तक 22 की मौत हो चुकी है। गुरुवार रात से अब तक मौतों का सिलसिला जारी है।
दूल्हे के मां-पिता और बहन भांजी सबकी मौत
शेरगढ़ पुलिस ने बताया कि दूल्हे सुरेन्द्र सिंह के पिता सगत सिंह की आज सवेरे मौत हो गई। दूल्हे की मां जस्सू कंवर बीती रात दम तोड़ चुकी थी।
आज सवेरे पांच साल के आईदान सिंह, सुगन कंवर और दिलिप सिंह की भी जान चली गई। पुलिस का कहना है कि अभी भी तीस से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो बेहद गंभीर है।
शमशान में 5 दिन से रोज जल रहीं चिताएं…
इस हादसे के बाद प्रत्येक मृतक के परिजनों को सात लाख रुपए और घायलों के परिजनों को एक लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा सीएम की ओर से की गई हैं।
भूगरां गांव में स्थित शमशान में पांच दिन से आग ठंडी नहीं हुई है। हर कुछ देर में किसी न किसी का शव जलाने के लिए लाया जा रहा है।
Author: samachar
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