राजेंद्र कुमार की रिपोर्ट
करनाल। पुलिस द्वारा बाइक का भारी भरकम चालान काटे जाने से आहत एक युवक मोहित कश्यप ने बीते वर्ष अक्तूबर माह में आत्महत्या कर ली थी। युवक के परिजनों को इंसाफ दिलवाने के लिए किसान नेताओं ने कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दिया। दबाव में आकर प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार की आर्थिक मदद की घोषणा कर दी थी। इसके तहत मृतक युवक के भाई को तभी शुगर मिल में नौकरी ज्वाइन करवा दी गई और एक लाख रुपए की राशि परिवार को प्रदान की गई।
बुधवार को जिला सचिवालय में प्रशासन की ओर से मोहित के पिता जगदीश कश्यप को पांच लाख रुपए का चैक सौंपा गया। जगदीश कश्यप ने किसान नेताओं का साथ देने के लिए आभार व्यक्त किया और प्रशासन का भी धन्यवाद किया।
इस मौके पर किसान नेताओं ने बताया कि मोहित के पिता जगदीश कश्यप दिव्यांग हैं। परिवार की आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए सरकार के आगे आर्थिक सहायता के लिए मांगे रखी गई थी, जो अब पूरी हो गई है। परिवार पूर्ण रूप से संतुष्ट है।
मोहित कश्यप को न्याय दिलाने में मदद करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हैं। इस अवसर पर जगदीप सिंह ओलख, बहादुर मेहला बलड़ी, अमृतपाल बुग्गा, वरिंद्र चीमा व साहब सिंह मौजूद रहे।
Author: samachar
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