सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक तीन वर्षीय मासूम के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न केवल बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया, बल्कि इस मामले में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। इस अपहरण का कारण पुरानी रंजिश और पैसों का लालच बताया जा रहा है।
मंदिर से गायब हुआ था बच्चा
घटना मरका थाना क्षेत्र के कुमेढ़ा गांव की है, जहां 16 फरवरी को जगजीवन वर्मा का तीन वर्षीय बेटा विनायक अचानक घर के सामने स्थित मंदिर से लापता हो गया था। परिवार वालों ने उसे काफी तलाश किया, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला, तो उन्होंने इसकी सूचना थाने में दर्ज कराई।
पुरानी दुश्मनी बनी अपहरण की वजह
जांच में पता चला कि यह अपहरण 14 साल पुरानी रंजिश का नतीजा था। मुख्य आरोपी रामधनी वर्मा को संदेह था कि 14 साल पहले उसकी बेटी को भगाने में बच्चे के परिवार का हाथ था। इसी वजह से उसने अपने बेटे कमल वर्मा और गौरीताला निवासी विजय करन यादव की मदद से बच्चे का अपहरण करने की साजिश रची।
बच्चे की खरीद-फरोख्त की साजिश
इस मामले ने तब नया मोड़ ले लिया जब कानपुर के बिल्हौर निवासी अरविंद यादव की इसमें एंट्री हुई। अरविंद यादव पिछले 10 दिनों से छोटे बच्चों की खरीद-फरोख्त में लिप्त था और उसने रामधनी वर्मा से संपर्क कर एक बच्चे की मांग रखी। बदले की भावना के साथ-साथ पैसों के लालच में आकर रामधनी बच्चे को कानपुर ले जाने के लिए तैयार हो गया।
बिक्री से पहले ही पुलिस ने धर दबोचा
रामधनी वर्मा और उसके साथियों ने बच्चे को 90 हजार रुपये में बेचने की योजना बनाई थी। वे बच्चे को लेकर सौदा करने जा ही रहे थे कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मरका गांव के बलराम चौराहे पर तीनों आरोपियों को ऑटो समेत पकड़ लिया। पुलिस के अनुसार, मुख्य सौदागर अरविंद यादव अभी भी फरार है, और उसकी तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
पुलिस की सतर्कता से बची मासूम की जिंदगी
बांदा के क्षेत्राधिकारी बबेरू सौरभ सिंह ने बताया कि पुलिस की मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई की वजह से बच्चे को सुरक्षित बरामद किया जा सका। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों की तस्करी और इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है।
परिवार ने पुलिस को दिया धन्यवाद
अपनी संतान को सकुशल वापस पाकर विनायक के माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने पुलिस को धन्यवाद दिया और कहा कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई न करती, तो शायद वे अपने बच्चे को दोबारा नहीं देख पाते।
मुख्य आरोपी की तलाश जारी
फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपी अरविंद यादव की गिरफ्तारी के लिए जोर-शोर से छापेमारी कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की