पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट
ग्वालियर जिले में एक महिला के साथ चतुराई से ठगी करने का मामला सामने आया है। यह ठगी किसी पेशेवर अपराधी ने नहीं, बल्कि एक मासूम से दिखने वाले बच्चे और उसके दो साथियों ने मिलकर अंजाम दी। महिला की हमदर्दी और दया भावना का फायदा उठाकर आरोपियों ने उसकी गहने और नकदी उड़ा ली। इस वारदात के बाद महिला ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ महिला के साथ धोखा?
ग्वालियर के आपागंज शीतला कॉलोनी की रहने वाली 35 वर्षीय ज्योति रैकवार, जो एक प्राइवेट नौकरी करती हैं, रोज़ की तरह ड्यूटी खत्म कर अपने घर लौट रही थीं। रास्ते में अचानक एक 10-12 साल का बच्चा उन्हें सड़क पर रोता हुआ मिला। बच्चे ने उन्हें रोककर बड़ी दुखभरी कहानी सुनाई। उसने कहा कि उसे उसके मालिक ने नौकरी से निकाल दिया है, और अब उसे धौलपुर अपने मैनेजर के पास जाना है। बच्चे ने यह भी बताया कि उसे बहुत जोर से भूख लगी है और वह असहाय महसूस कर रहा है।
महिला बच्चे की बात सुनकर भावुक हो गईं और उसकी मदद करने का मन बना ही रही थीं कि तभी वहां एक 20-22 साल का युवक आ गया। बच्चे ने उसी दर्दभरी कहानी को दोहराया, जिससे युवक भी मदद के लिए तैयार हो गया। युवक ने बच्चे के लिए खाने-पीने की चीज़ें लाने की बात कहकर महिला और बच्चे को वहीं पार्क में बैठने को कहा।
कुछ ही देर बाद, एक 20 साल की युवती भी वहां पहुंच गई। महिला ने उस युवती को भी बच्चे की कहानी सुनाई। युवती ने भी मदद का आश्वासन दिया, जिससे महिला को विश्वास हो गया कि वे सभी सच में उस गरीब बच्चे की मदद कर रहे हैं।
थैला पकड़ते ही महिला हुई सम्मोहित
बच्चे ने बातचीत के दौरान महिला को एक कपड़े का थैला पकड़ाया और कहा कि इसमें उसकी तीन महीने की सैलरी है। महिला ने जब थैले की तरफ देखा, तो पाया कि उसका एक किनारा खुला हुआ था, और अंदर से 500-500 के नोटों की गड्डी झलक रही थी। महिला को लगा कि बच्चा वाकई गरीब है लेकिन मेहनत से कमाया हुआ पैसा उसके पास है।
थैला पकड़ते ही महिला सम्मोहित जैसी हो गई। इसी दौरान युवक और युवती ने महिला को यह सलाह दी कि वह अपने गहने भी इस बैग में रख दे, ताकि वे सुरक्षित रहें। महिला, जो पहले ही ठगों के झांसे में आ चुकी थी, उनकी बात मानकर अपना मंगलसूत्र और कानों के टॉप्स उतारकर उसी थैले में रख देती है।
फिर तीनों लोग महिला को थैला पकड़ाकर वहां से चले गए।
ठगी का एहसास और पुलिस शिकायत
कुछ दूरी पर जाने के बाद महिला को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गई है। उसने जैसे ही थैला खोला, न उसमें नोटों की गड्डी थी और न ही उसके गहने। महिला का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा और उसे समझ आया कि बच्चे, युवक और युवती ने उसे साजिश के तहत बेवकूफ बना दिया है।
घबराई महिला तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन पहुंची और पूरी घटना की शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस की जांच और सीसीटीवी फुटेज
महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने वारदात वाली जगह के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। वीडियो में महिला और तीनों आरोपी साफ नजर आ रहे थे। बच्चा, युवक और युवती महिला से बात कर रहे थे और फिर साथ जाते हुए भी दिखे।
पुलिस ने अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि यह ठगी किसी संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकती है, जो भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनका सामान लूटते हैं।
यह घटना सिर्फ एक महिला की ठगी का मामला नहीं है, बल्कि यह समाज में चल रहे ऐसे गिरोहों की साजिश को उजागर करता है, जो लोगों की दयालुता का फायदा उठाकर उन्हें ठगते हैं। पुलिस अब इन अपराधियों को पकड़ने के लिए जोर-शोर से जांच में जुटी हुई है। साथ ही, पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसी संदिग्ध परिस्थितियों में सतर्क रहें और किसी अनजान व्यक्ति की कहानी पर बिना सोचे-समझे भरोसा न करें।
(नोट: इस घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी होते ही पुलिस आगे की जानकारी साझा करेगी।)