अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
उतरौला,बलरामपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और भारतीय राजनीति के कद्दावर नेता मुलायम सिंह यादव की 85वीं जयंती शुक्रवार को विधानसभा क्षेत्र उतरौला में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर सपा के पूर्व प्रत्याशी हसीब खान ने नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।
हसीब खान ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव को “धरती पुत्र” की उपाधि इसलिए दी गई क्योंकि वे हमेशा गांव, गरीब और समाज के उपेक्षित वर्ग के सच्चे हितैषी रहे। डॉ. राम मनोहर लोहिया के समाजवादी विचारों को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने समाजवादी पार्टी का गठन किया। मुलायम सिंह ने न केवल पिछड़े और वंचित वर्ग को राजनीति में सक्रिय किया, बल्कि उन्हें सम्मानजनक स्थान भी दिलाया।
उन्होंने कहा कि नेताजी कार्यकर्ताओं के प्रति आजीवन समर्पित रहे। उनकी राजनीतिक कुशलता के कारण वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री जैसे प्रतिष्ठित पदों पर आसीन हुए। किसानों, नौजवानों और विशेष रूप से गरीबों के लिए किए गए उनके कार्य आज भी उन्हें “धरती पुत्र” के रूप में अमर बनाते हैं।
मुलायम सिंह यादव की प्रेरणादायक जीवन यात्रा
हसीब खान ने नेताजी की जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जन्म 22 नवंबर 1939 को उत्तर प्रदेश के सैफई, इटावा में हुआ था। मुलायम सिंह यादव ने एक छात्र नेता और शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और एक सामान्य समाजवादी कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। अपनी मेहनत और दूरदर्शिता से वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत के रक्षा मंत्री जैसे उच्च पदों तक पहुंचे।
युवाओं को दी समाजवादी विरासत आगे बढ़ाने की प्रेरणा
सपा नेता हसीब खान ने कहा कि नेताजी की समाजवादी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उनके विचार और नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को दिशा देने का कार्य कर रही हैं।
श्रद्धांजलि और सेवा कार्य
मुलायम सिंह यादव की जयंती के अवसर पर कई समाजवादी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर हसीब खान के साथ उनके पुत्र इब्राहिम खान और उनकी पूरी टीम, जिनमें महिला जिला अध्यक्ष हिना कौसर, फिरोज खान, अनवर खान, इन्द्रजीत भारती, कपिल पटेल, वारिस शाह चौबे, प्रमोद चौबे, दिलीप पांडेय, बबलू भाई, राजू भाई और बिलाल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे, ने नेताजी को श्रद्धांजलि दी।
इसके अतिरिक्त, गरीब बच्चों को भोजन वितरण किया गया और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) उतरौला समेत अन्य अस्पतालों में मरीजों को फल वितरित कर नेताजी को श्रद्धांजलि दी गई। इस आयोजन ने समाजवादी विचारधारा और नेताजी की सेवा भावना को जीवंत कर दिया।