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November 22, 2024 4:43 pm

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दलित युवक से प्रेम विवाह करने पर लड़की को जान से मारने की धमकियां, सुरक्षा की गुहार

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

आजमगढ़ के मुबारकपुर थाना क्षेत्र में एक दलित युवक से प्रेम विवाह करने के बाद एक युवती और उसके पति को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। यह मामला प्रियंका वर्मा, पुत्री भोला वर्मा, का है, जिन्होंने बुद्ध प्रिय आनंद नामक युवक के साथ प्रेम विवाह किया है।

परिवार की मंजूरी नहीं, बढ़ी परेशानियां

प्रियंका वर्मा और बुद्ध प्रिय आनंद ने अपने रिश्ते को समाज की परवाह किए बिना एक कदम आगे बढ़ाया और प्रेम विवाह कर लिया। लेकिन, यह शादी प्रियंका के परिवार के सदस्यों को कतई मंजूर नहीं है। शादी के बाद से ही प्रियंका और उनके पति को लगातार परिवार की ओर से गंभीर धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रियंका के परिवार के लोग इस विवाह को स्वीकारने के लिए तैयार नहीं हैं और उन्हें बार-बार धमकी दी जा रही है कि यदि वे अलग नहीं हुए, तो इसके परिणाम भयानक होंगे।

विडियो में प्रशासन से लगाई सुरक्षा की गुहार

प्रियंका और उनके पति बुद्ध प्रिय आनंद ने एक विडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने आजमगढ़ प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। विडियो में दोनों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है और वे इस रिश्ते से खुश हैं। लेकिन, उनके खिलाफ मिल रही धमकियों ने उनकी जिंदगी मुश्किल में डाल दी है।

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विडियो में प्रियंका ने भावुक होकर बताया, “हमें लगातार धमकियां मिल रही हैं। हम अपनी मर्जी से शादी करके खुश हैं, लेकिन हमारे परिवार वाले इसे मंजूर नहीं कर पा रहे हैं। हमें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसलिए हम आजमगढ़ प्रशासन से निवेदन करते हैं कि हमारी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।”

पुलिस जांच में जुटी

प्रियंका और बुद्ध प्रिय आनंद द्वारा सुरक्षा की गुहार लगाने के बाद स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने समाज में एक बार फिर उन चुनौतियों को उजागर कर दिया है, जिनका सामना आज भी अंतरजातीय विवाह करने वाले युवाओं को करना पड़ता है। यह मामला दर्शाता है कि समाज में अभी भी जाति और पारिवारिक मान्यताओं को लेकर विरोध और हिंसा की प्रवृत्ति बनी हुई है।

न्याय और सुरक्षा की आस

प्रियंका और बुद्ध प्रिय आनंद ने प्रशासन से न्याय की आस लगाए हुए हैं। वे चाहते हैं कि उनके जीवन को सुरक्षित रखा जाए ताकि वे बिना किसी डर के अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत कर सकें। अब देखना यह है कि आजमगढ़ प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या प्रियंका और उनके पति को न्याय मिल पाएगा।

इस घटनाक्रम पर नजर बनाए रखने की जरूरत है, ताकि ऐसे मामलों में समाज के भीतर जागरूकता लाई जा सके और जातिगत भेदभाव की मानसिकता को समाप्त किया जा सके।

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