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November 1, 2024 8:56 pm

“मठाधीश” और “माफिया” में ‘कम अंतर’ का अखिलेश ने किया विश्लेषण, पूरी खबर पढिए

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

लखनऊ: सुल्तानपुर में हुए एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कड़ा हमला बोला है। 

गुरुवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे सुल्तानपुर डकैती और एनकाउंटर के बारे में सवाल किया, तो अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि अखिलेश यादव अब अपराधियों की जाति पर ध्यान देने लगे हैं। अखिलेश ने इस पर जवाब देते हुए कहा, “मठाधीश और माफिया में ज्यादा फर्क नहीं होता।”

अखिलेश यादव ने कहा, “ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो यह न जानता हो कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में फर्जी एनकाउंटर हो रहे हैं। यह एनकाउंटर असल में हत्याएं हैं। 

सुल्तानपुर में मंगेश यादव की हत्या की गई है। गांव और आसपास के लोग जानते हैं कि पुलिस रात में आई थी और मंगेश यादव को उठाकर ले गई। पुलिस ने ऐसी कहानी गढ़ी कि मंगेश के पास अमेरिकन टूरिस्ट का बैग था, जिसे जब खोला गया तो उसमें नए कपड़े मिले। लेकिन इन लोगों को मंगेश की मां का दर्द और उसकी बहन के आंसू दिखाई नहीं दिए।”

अखिलेश यादव ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा, “आप सोचिए, कैसे होशियारी दिखाई गई कि चप्पल पहनकर एनकाउंटर कर दिया गया। किसी ने भी तस्वीर देखकर समझ लिया होगा कि यह एक फर्जी एनकाउंटर है। यह कोई पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी इस तरह के कई एनकाउंटर हो चुके हैं। नोएडा में भी एक जिम इंस्ट्रक्टर को फर्जी एनकाउंटर में मार दिया गया था।”

सपा प्रमुख ने आगे योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “कम से कम इतना तो ध्यान रखना चाहिए था कि एनकाउंटर के समय चप्पल पहनकर फोटो न खींचते। पुलिस खुद मान रही है कि मंगेश यादव सुल्तानपुर डकैती का मास्टरमाइंड नहीं था, तो फिर असली मास्टरमाइंड का एनकाउंटर क्यों नहीं किया गया? इसके पीछे की वजह क्या है? कोई एसटीएफ से सवाल क्यों नहीं पूछता? उत्तर प्रदेश में अन्याय की हदें पार हो चुकी हैं और एनकाउंटर को लेकर झूठी कहानियां बनाई जा रही हैं।”

अखिलेश यादव का यह बयान प्रदेश में हो रहे फर्जी एनकाउंटरों पर सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े करता है, जहां न्याय की मांग और पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर गहरी चिंता जताई जा रही है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."