इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया, जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज सीएमओ कार्यालय स्थित धनवंतरि सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय(डीएचएस) की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सुविधाओं को शासन की मंशानुरूप उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं लोगों के जीवन से सीधे जुड़ा हुआ है। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने जन्म पंजीकरण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों का दायित्व होगा कि यदि उनके अस्पताल में कोई नवजात जन्म लेता है तो उसकी सूचना निर्धारित प्रारूप पर भरकर संबंधित नगर निकाय अथवा ग्राम पंचायत को दें, जिससे उस नवजात का जन्म प्रमाणपत्र निर्गत किया जा सके। जन्म प्रमाणपत्र पंजीकरण कार्य की मॉनिटरिंग सीडीओ करेंगे। इस वर्ष 1 अप्रैल से 14 जून तक जनपद में जन्में 14,145 शिशुओं में से 12,525 को जन्म प्रमाणपत्र के लिए पंजीकरण किया जा चुका है।
जिलाधिकारी ने परिवार नियोजन के लक्ष्य को प्राप्त करने के संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस वर्ष 60 पुरुष तथा 5000 महिलाओं की नसबंदी कराने का लक्ष्य जनपद के लिए निर्धारित, है जिसके सापेक्ष 3 पुरुष एवं 250 महिलाओं की नसबंदी हो चुकी है। डीएम ने प्रत्येक एमओआईसी को प्रतिमाह एक-एक पुरुषों की नसबंदी कराने का लक्ष्य दिया।
डीएम ने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा भी की। योजना के तहत इस वर्ष 47,741 संस्थागत प्रसव का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें से 4,407 प्रसव मई माह तक हो चुके हैं।
डीएम ने आशा के कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी आशा एएनसी पंजीकरण की ट्रेकिंग नियमित रूप से करें। एएनसी पंजीकरण कराने वाली सभी गर्भवती महिलाओं की संस्थागत डिलीवरी होना सुनिश्चित किया जाए। यदि जन्म प्रमाणपत्र बनाते समय एक भी जन्म होम डिलीवरी के रूप में दिखा तो संबंधित आशा के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
डीसीपीएम डॉ राजेश ने बताया कि निष्क्रिय आशा के स्थान पर 76 नई आशा का चयन ग्राम सभा द्वारा किया जा चुका है। वर्तमान समय में जनपद में 2673 आशा कार्यरत हैं।
डीएम ने बैठक से बिना किसी पूर्वानुमति के अनुपस्थित रहने पर एपिडेमियोलॉजिस्ट राजीव भूषण पांडेय के मई माह के वेतन आहरण पर रोक लगा दी।
बैठक में आयुष्मान कार्ड की उपयोगिता बढ़ाने की रणनीति पर भी चर्चा हुई। सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि वर्तमान समय में जनपद में 38 अस्पताल आयुष्मान कार्ड धारकों का नियमों के अधीन निःशुल्क इलाज करते हैं। 18 नए अस्पतालों का इंपैनलमेंट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में 10,93,515 आयुष्मान गोल्डन कार्ड के लक्ष्य के सापेक्ष 6,88,850 कार्ड बनाये जा चुके हैं, जो कुल लक्ष्य का 66 प्रतिशत है। 18 जून से प्रति ब्लॉक तीन-तीन ग्राम पंचायतों में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष कैंप आयोजित किया जाएगा।
बैठक में प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉक्टर राजेश बरनवाल, सीडीओ प्रत्यूष पांडेय, सीएमएस डॉ एच के मिश्रा, एसीएमओ डॉ संजय कुमार, डीपीआरओ सर्वेश कुमार पांडेय, डॉ पूनम सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
Author: samachar
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