हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के देवी देवताओं पर एक शिक्षक ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है। शिक्षकों के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। पूरा मामला बलरामपुर जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय डिंडो का है।
दरअसल, डिंडो के आत्मानंद स्कूल में पदस्थ शिक्षक फुलजेंस तिग्गा 12वीं कक्षा में पढ़ा रहे थे, इसी दौरान उन्होंने हिंदू और मुस्लिम धर्म और उनके द्वारा अपनाए जाने वाले रीति रिवाजों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि हिंदू बहुल जातियों को नीच बताया, साथ ही तिग्गा ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं द्वारा नकाब पहना जाना गुलामी है।
तिग्गा ने भगवान राम और मां सीता के खिलाफ भी टिप्पणी की, और कहा कि सिंदूर लगाना भी सिर ढ़कना भी गुलामी का प्रतीक है। जिसकी जानकारी छात्रों ने अपने अभिभावकों दी।
दूसरे दिन बड़ी संख्या में अभिभावन स्कूल पहुंचे और इसकी शिकायत की। स्कूल प्रबंधन ने भी इसे कुकृत्य माना। जिसके बाद स्कूल के ही दूसरे शिक्षक के साथ दर्जनों ग्रामीणों ने डिडो चौकी पहुंच कर शिक्षक फुलसेंस तिग्गा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इसके साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की तो वें उग्र प्रदर्शन करेंगे।
बैठक में पूछताछ के बाद एफआईआर दर्ज कराने दिया ज्ञापन
शिक्षक के बयान के बाद ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने स्कूल में बैठक बुलाई और संबंधित कक्षा के विद्यार्थियों से पूछताछ की, विद्यार्थियों के बयान के आधार पर ग्रामीण थाने पहुंचे और शिक्षक के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर चौकी प्रभारी को ज्ञापन दिया और कार्रवाई की मांग की।
छात्रों को गुमराह कर रहे शिक्षक तिग्गा: ग्रामीण
थाने पहुंचे ग्रामीण लालमन यादव और विजय गुप्ता के साथ दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय विद्या का मंदिर होता है, यहां किसी भी धर्म और जातपात की बात नहीं होनी चाहिए। यहां सिर्फ शिक्षा का विस्तार होना चाहिए। शिक्षक तिग्गा विशेष धर्म के खिलाफ टिप्पणी कर छात्रों को गुमराह कर रहे हैं जो गलत है। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे आगे इस प्रकार का कृत्य न हो सकें।
कारण बताओ नोटिस जारी
सदानंद कुशवाहा, खंड शिक्षा अधिकारी, रामचंद्रपुर ने कहा- मामले की जानकारी मिली है। शिक्षक तिग्गा को कारण बताओ नोटिस भेज दिया गया है। यदि संतोष पूर्व जवाब नहीं दिया जाता है। तो उच्च अधिकारियों द्वारा टीम गठित कर मामले की जांच कराएंगे। इसके बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी को भी खत भेजा गया है।
Author: samachar
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