चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कानपुर। शिक्षिका ने छात्र को यौन प्रलोभन देकर उसका मतांतरण करने का प्रयास किया। पुलिस से शिकायत की गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। छात्र के स्वजन ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तब जाकर शिक्षिका, उसके पति, भाई और स्कूल की प्रधानाध्यापिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामला उस समय सामने आया जब उन्नाव निवासी छात्र का मोबाइल फोन उसके पिता के हाथ लगा, जिससे पता चला कि छात्र और शिक्षिका के बीच वाट्सएप और इंस्टाग्राम के माध्यम से चैटिंग हुई थी। छात्र के पिता का आरोप है कि आरोपित शिक्षिका ने छात्र पर चोटी कटवाकर मतांतरण का दबाव डाला, जिससे उसे मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। वहीं, शिक्षिका ने सफाई दी कि उसे नहीं मालूम था कि दूसरी ओर से मोबाइल पर जो चैटिंग कर रहा है वह उनका ही छात्र है। छात्र ने उसके फोन से चुपके से कुछ फोटो निकाल ली और बाद में उसे दिखाकर ब्लैकमेल करने का प्रयास करने लगा।
तथ्यों के आधार पर कार्रवाई
पुलिस अब दोनों के बीच हुई चैटिंग और बातचीत की फोरेंसिक जांच कराने जा रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि छात्र अपने नियमित इस्तेमाल होने वाले फोन से शिक्षिका से संपर्क नहीं करता था। उसने शिक्षिका को उसकी कुछ फोटो भी भेजी। इसके बाद उसने बताया कि वह उनका छात्र है। संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि मामले की जांच कर तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बच्चों को भी सुझाव है कि किसी परेशानी की स्थिति में अपने माता-पिता और शिक्षण संस्थान के प्रमुख से बात करनी चाहिए।
Author: samachar
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