चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
यूपी की राजधानी लखनऊ में PAC के इंस्पेक्टर की हत्या से हड़कंप मच गया. इस हत्याकांड को दिवाली की रात को करीब ढाई बजे अंजाम दिया गया. बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर जैसे ही कार से उतरकर घर का दरवाजा खोलने के लिए बढ़े, वैसे ही अज्ञात हमलावर ने उनपर गोलियां बरसा दीं. गोलियों की आवाज सुनकर मृतक इंस्पेक्टर की पत्नी और बेटी दौड़कर पहुंचे तो उन्हें एक शख्स पैदल भागता हुआ दिखाई दिया. फिलहाल, पुलिस इस कांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है.
इस बीच मृतक इंस्पेक्टर सतीश सिंह की पत्नी का बयान भी सामने आया है. जिसने इस वारदात की जांच को अलग दिशा दे दी है. दरअसल, भावना ने आरोप लगाया कि कई महिलाओं से सतीश के संबंध थे. कुछ समय पहले एक लड़की को घर में आते हुए बेटी ने देखा था. सतीश ने इस बारे में कुछ नहीं बताया था. जिसपर काफी झगड़ा हुआ था. ससुर को भी ये बात पता है. हमारा और किसी से कोई विवाद नहीं था.
भावना के बयान के आधार पर पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है. STF को भी लगा दिया गया है. वहीं, मृतक की 10 साल की बेटी ने बताया कि हम लोग अपनी बुआ के घर पर दिवाली मनाने गए थे. रात 2 बजे करीब घर पर लौटे तो पापा कार का गेट खोलने के लिए उतरे. तभी गोली चलने की आवाज आई. मम्मी ने किसी परछाई को भागते देखा. कौन था, कहां से आया था? हम लोगों ने नहीं देखा.
प्रयागराज पीएसी की चौथी वाहिनी में तैनात थे सतीश
मामले में डीसीपी साउथ ने बताया कि घटना कृष्णानगर थाना क्षेत्र स्थित मानस नगर कॉलोनी की है. रविवार देर रात करीब ढाई बजे डायल 112 पर सूचना मिली कि सतीश कुमार सिंह नाम के एक व्यक्ति को उनके घर के बाहर गोली मार दी गई है. जिसके बाद उन्हें लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. जांच में पता चला है कि मृतक सतीश प्रयागराज पीएसी की चौथी वाहिनी में तैनात थे. परिजनों की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है. जल्द ही केस का खुलासा किया जाएगा.
सतीश सिंह मूल रूप से वह रायबरेली जिले के रहने वाले थे. वो प्रयागराज से 11 नवंबर को ही छुट्टी लेकर लखनऊ आए थे. लेकिन दिवाली की रात को उनकी हत्या कर दी गई. आरोप है कि मृतक के कई महिलाओं से संबंध थे. जिसके चलते पत्नी से अक्सर झगड़ा होता था.
चार राउंड फायरिंग, लेकिन ये सवाल बाकी
मृतक की पत्नी ने बताया कि वो और उसकी बेटी कार में सो गए थे. पति सतीश उतरे और घर का गेट खोलने गए, तभी गोली की आवाज सुनाई दी. जैसे उठी तो देखा वो जमीन पर गिरे थे और एक शख्स वहां से भाग रहा था.
लेकिन पुलिस इस सवाल की तलाश में है कि दिवाली वाली रात जब सतीश सिंह की कार गली में घुसी तो गाड़ी की हेडलाइट में हमलावर दिखाई क्यों नही दिया? अगर कोई पीछा कर रहा था या पहले से इंतजार कर रहा था तो इतनी रात में सतीश के घर पहुंचने की जानकारी और लोकेशन उसे किसने दी. क्योंकि, सतीश का घर आखिरी में है. आगे रास्ता नहीं है. दोनों तरफ घर हैं. फिर कैसे गुपचुप तरीके से वारदात हुई.
पुलिस को मौके से चार खोखे मिले है. हत्या में .32 की चार गोली चली है. जिसमें दो गोली सतीश के गर्दन और कान के पास लगी. वहीं, एक गोली उनके हाथ में लगी. जबकि, चौथी गोली मिस फायर हो गई.
Author: samachar
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