चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कर्नलगंज गोण्डा । डा. रेड्डीज फाउंडेशन और कोर्टेवा एग्री साइंस के संयुक्त तत्वाधान में WRG परियोजना के अंतर्गत किसानों को उन्नत कृषि एवं वैज्ञानिक विधि से धान की सीधी बुवाई पद्धति का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
इसके अंतर्गत गोण्डा जिले में 1000 एकड़ धान की सीधी बुवाई की गई है, जिसमें 155 एकड़ धान की सीधी बुवाई विकास खण्ड करनैलगंज में डा. रेड्डीज फाउंडेशन और कोर्टेवा एग्री साइंस के संयुक्त तत्वाधान से किया गया है।
सीधी बुवाई से कम लागत होने और धान की फसल अच्छी दिखाई देने से ग्राम पंचायत उल्लहा के मजरा हरसहाय पुरवा के किसान काफी प्रसन्न दिखाई दे रहे है। किसानों की उपस्थिति में धान के डेमो खेत में ले जाकर धान की रोपाई एवं धान की सीधी बुवाई का तुलनात्मक अध्ययन किया गया, जिसमें धान की सीधी बुवाई का फसल काफी अच्छा रहा, रोपाई वाले खेतों की अपेक्षा।
सीधी विधि द्वारा धान की खेती करने पर नर्सरी की आवश्यकता नहीं होती, लागत भी कम लगती है, एक घंटे से भी कम समय में एक एकड़ खेत की बुवाई हो जाती है जिससे समय की भी काफी बचत होती है।
धान की सीधी बुवाई करने से मजदूरों पर निर्भरता भी कम रहती है और फसल भी रोपाई वाले धान की तुलना में कुछ समय पहले तैयार हो जाती है।
विकास खण्ड करनैलगंज गांव में फसल प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन डा. रेड्डीज फाउंडेशन द्वारा किया गया, कार्यक्रम में डा. रेड्डीज फाउंडेशन के फार्म फैसिलिटेटर अनिल कुमार) एवं कुलदीप मिश्रा गांव के सम्मानित किसान मौजूद रहे और धान की सीधी बुवाई की फसल से बेहद खुश दिखे।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."