सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
गोरखपुर: ‘साहब हमारी मदद करें, गांव में कच्ची शराब बंद करवा दें, हम लड़कियां आपकी आभारी रहेंगी।’ ये गुहार गोरखपुर के एक गांव में रहने वाली लड़कियों ने एडीजी जोन अखिल कुमार से लगाई है। एडीजी ने तत्काल एक्शन लेते हुए पुलिस की एक टीम गांव भेजी है। साथ ही वह खुद गांव पहुंचकर चौपाल लगाएंगे। कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के मुसाबार गांव की महिलाएं और लड़कियां अपने घरों में कैद होने को मजबूर है। इसका कारण है नशेड़ियों से डर।
‘इस जहर की वजह से अब तक कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं’
गांव की एक महिला अपना नाम ना बताने की शर्त पर कहती हैं- ‘साहब, यह सिलसिला तो पिछले कई वर्षों से चल रहा है। जिम्मेदारों और पुलिस की मिलीभगत के कारण यहां के शराबियों और नशेड़ियों का मन बढ़ा हुआ है। इनके आतंक से हम बेहद परेशान हैं। पुलिस में शिकायत के बावजूद कुछ नहीं होता। किसी तरह यहां संचालित शराब की भट्टियां बंद हो जाए तो हमारी आने वाली नस्लें सुधर जाए क्योंकि इस जहर की वजह से अब तक कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं।’
चौपाल लगाकर काउंसलिंग करूंगा: एडीजी जोन अखिल कुमार
एडीजी जोन अखिल कुमार का कहना है कि बुधवार को मेरे मोबाइल पर एक मैसेज आया जिसमें कैंपियरगंज के मुसाबार गांव की लड़कियों ने एक अपील की थी। हालांकि यह मैसेज स्वयंसेवी संस्था के किसी सदस्य ने भेजा था। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस की एक टीम उस गांव में भेजी गई है जो पिछले दो दिनों से लगातार मॉनिटरिंग कर सच्चाई का पता लगा रही है। आज शाम को मैं भी वहां पहुंचकर एक चौपाल के माध्यम से काउंसलिंग करूंगा। इस दौरान जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी ऐसे शख्स को बख्शा नहीं जाएगा, जो भी लोग इसमें लिप्त है और जिनके माध्यम से इस तरह के कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जांच के बाद सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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