ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
फरीदाबाद: बीके अस्पताल फरीदाबाद के जच्चा-बच्चा वॉर्ड से मंगलवार सुबह एक महिला नवजात को चोरी कर ले गई। अस्पताल के सीसीटीवी में वारदात कैद हो गई। परिजनों ने बताया कि सीसीटीवी में नजर आने वाली महिला खुद को अस्पताल की कर्मचारी बताकर सोमवार रात से ही वॉर्ड में मौजूद थी। मंगलवार सुबह मौका पाकर वह बच्चे को लेकर फरार हो गई। मामले में पुलिस व क्राइम ब्रांच नवजात की तलाश में एक्टिव हो गई हैं। वहीं, घटना से जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। घटना के बाद यहां बाहरी एरिया में सीसीटीवी लगाने का काम शुरू किया गया। साथ ही जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमिटी गठित की है। पीड़ित सुनील के मुताबिक, वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के रहने वाले हैं। अभी यहां सूरजकुंड इलाके में स्थित अनंगपुर डेयरी इलाके में किराए के मकान में रह रहे हैं। उनकी सात और तीन साल की दो बेटियां हैं। उनकी पत्नी अनीता को रविवार रात लेबर पेन हुआ, जिसके बाद वह उसे बीके अस्पताल में लेकर आए। रात 3:36 बजे उनकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया था। एक महिला बच्चे को लेकर फरार हो गई।
प्रसूता के कपड़े बदलवाने के चक्कर में उलझाया
सुनील के मुताबिक, डिलिवरी के बाद से ही उनकी पत्नी, वह और उनकी मां रामदेई अस्पताल में बच्चों के साथ थे। सोमवार रात 11 बजे एक महिला उनके पास आई और बताया कि वह अस्पताल स्टाफ में है। महिला पूरी रात उनके आसपास ही रही। इस दौरान उसने बच्चे को भी गोद में लिया और खिलाया, फिर सुबह आरोपी महिला ने उनकी मां रामदेई से कहा कि वह अपनी बहू के कपड़े बदलवा दें। इस दौरान सुनील खुद नीचे मुंह धोने के लिए गया हुआ था। बच्चे के पास आरोपी महिला अकेली रह गई और इसी का फायदा उठाकर वह बच्चे को लेकर फरार हो गई।
वारदात के बाद बाहर CCTV का काम शुरू
पीड़ित सुनील ने बताया कि लगभग 15 मिनट बाद जब उनकी मां और उनकी पत्नी वापस बेड पर आए तो बच्चा वहां नहीं था। इसके बाद उन्होंने बच्चा चोरी होने का शोर मचाया, लेकिन तब तक महिला बच्चे को लेकर फरार हो चुकी थी। घटना के बाद पुलिस को सूचना दी है और एसजीएम नगर थाने की पुलिस व क्राइम ब्रांच महिला और बच्चे की तलाश में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक, महिला अपने गैंग के साथ पूरी रात कनेक्ट थी। जैसे ही उसे मौका लगा, वह बच्चा चोरी कर ऑटो से रफूचक्कर हो गई। बीके अस्पताल के जच्चा-बच्चा वॉर्ड में सुरक्षा के नाम पर एक गार्ड तक नजर नहीं आता है। परिजनों का आरोप है कि तमाम कर्मचारी मिठाई के नाम पर पैसा मांगने आ जाते हैं। वॉर्ड में कोई भी आए, उससे यहां तैनात कर्मचारियों को कोई मतलब नहीं रहता है। परिवार का आरोप है कि इस चोरी में अस्पताल के कर्मियों की भी मिलीभगत है। घटना के बाद यहां बाहरी एरिया में सीसीटीवी लगाने का काम शुरू किया गया है।
जांच के लिए कमिटी गठित, आज सौंपेगी रिपोर्ट
जच्चा-बच्चा वॉर्ड से महिला नवजात को लेकर निकली, लेकिन उसे किसी ने नहीं रोका। वॉर्ड के बाहर एक गार्ड भी बैठा रहता है। उसने भी आरोपी को नहीं रोका। महिला पकड़ से बचने के लिए मास्क लगाकर निकली। आरोपी महिला रैंप के रास्ते बच्चे को फर्स्ट फ्लोर से लेकर ग्राउंड फ्लोर तक आई। इस दौरान उसे कहीं भी रोका नहीं गया और वह बड़े आराम से अस्पताल से बाहर निकलकर अपने गिरोह के साथ ऑटो में बैठकर फरार हो गई। मामले में बीके अस्पताल की पीएमओ डॉ.सविता यादव ने बताया कि ड्यूटी पर मौजूद सभी अस्पताल स्टाफ को तलब किया है और जांच के लिए कमिटी बना दी गई है। चार सदस्यों की कमिटी में चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ.दारा सिंह राठी, डॉ.हिमानी, गायनेकोलॉजिस्ट डॉ.प्रोनिता अहलावत और नर्सिंग हेड को शामिल किया गया है। यह सभी बुधवार तक अपनी रिपोर्ट पीएमओ को सौंपेंगे।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी वारदात
2017 जून में बीके अस्पताल में बच्चा चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। सेक्टर तीन निवासी रेखा के नवजात शिशु को बीके सिविल अस्पताल के निकू (NICU) में रखा गया था। बल्लभगढ़ पीएचसी में प्रीमेच्योर बच्चे को जन्म दिया था। समय पूर्व जन्म होने की वजह से बच्चे की हालत नाजुक थी। इस पर उसे बीके सिविल अस्पताल के निकू में भर्ती कराया गया था। इस दौरान दूध पिलाने के बहाने से एक महिला बच्चा चोरी करके ले गई थी। उस मामले में पुलिस ने बाद में बच्चा रिकवर कर आरोपियों की धरपकड़ की थी। 2017 जनवरी में भी एक नवजात को अस्पताल से चोरी कर लिया गया था, जिसे पुलिस 15 दिन बाद नोएडा से रिकवर करके लाई थी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."