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28 December 2024 3:46 am

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उफ्फ….भयानक तूफानी रात और फिर चारों ओर पानी पानी….पल में जिंदगी का रुख ही बदल गया….

27 पाठकों ने अब तक पढा

अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट 

10 और 11 सितंबर की दरमियानी रात घनघोर बारिश हुई। अवध से लेकर रुहेलखंड और नेपाल की सीमा तक के इलाके इससे खासा प्रभावित रहे। मौसम विभाग की तरफ से लगातार अलर्ट भेजा जाता रहा।

लखनऊ में लगातार जारी बारिश के बाद से पूरा शहर पानी की चपेट में है। सड़कों, गलियों तक पानी का भराव है। जानकीपुरम विस्तार में रहने वाले सुजीत उपाध्याय ने बताया कि देर रात में ऑफिस के काम निपटाकर अभी सोया ही था कि भयानक गरज से नींद खुल गई। बिजली इतनी तेज गरज रही थी कि खिड़की में भी कंपन हो रहा था। फिर छत की तरफ पानी का जमाव हो रहा था लेकिन मौसम को देखकर बाहर जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी।

आलमबाग निवासी वैभव पांडेय भी बताते हैं कि देर रात करीब पौने तीन बजे नींद खुल गई। बिजली तो ऐसी गरज रही थी कि जैसे लगा कमरे के अंदर तक चली आएगी। आंखों से नींद ही गायब हो गई। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर के पास मानसरोवर योजना निवासी आलोक भदौरिया कहते हैं कि रात में तो मैं बेखबर सोता रहा और सुबह उठकर पत्नी की नाराजगी झेलनी पड़ी। लेकिन सुबह सड़क पर जलजमाव था। कॉलोनी से लेकर शहीद पथ तक पानी भरा हुआ था। ऑफिस तो किसी तरह से पहुंच गया लेकिन बड़ी समस्या अब वापस जाने को लेकर है।

पत्रकारपुरम के पास रहने वाले राहुल पराशर ने बताया कि तेज बिजली की वजह से सुरक्षा के मद्देनजर खिड़की बंद कर ली और फोन को भी ऑफ कर दिया। गोमतीनगर निवासी राघवेंद्र शुक्ल बताते हैं कि रोज रात को ड्यूटी के बाद मैं रामचरितमानस का पाठ करता हूं। रोज की तरह मैं अपने काम में लगा हुआ था कि तभी जोर से बिजली कड़कने लगी। पहले तो लगा कि अरण्यकाण्ड पढ़ते हुए तल्लीन हो गया हूं कि भ्रम हो रहा है। फिर जब सच में बारिश का आभास हुआ तो दौड़कर कपड़ों को अंदर लाया।

कठौता चौराहे के पास रहने वाले शैलेश शुक्ल ने बताया कि रात से ही बारिश के बाद सुबह प्रशासन की तरफ से जब स्कूलों में छुट्टी का संदेश आया तो बच्चों को लेकर सुकून मिला। ऑफिस आते समय कई जगह जलभराव का सामना करना पड़ा। गोमतीनगर विस्तार निवासी शशि पांडेय मिश्रा भी आपबीती बताते हुए कहती हैं कि रातभर ऐसी बिजली कड़क रही थी कि डर के मारे नींद ही नहीं आई। लग रहा था मानो घर के अंदर ही बिजली गिरेगी। बहुत तेज आवाज थी। घर के सभी सदस्य उठ गए। फोन उठाकर चेक किया तो कई लोगों ने बारिश और गरज का जिक्र किया था।

ऐसा ही हाल सुशील कुमार का है, वो बताते हैं कि रात में ऐसी बिजली कड़की कि उठकर बैठ गया, फिर नींद ही नहीं आई। तेलीबाग निवासी धीरेंद्र सिंह सुबह से घर में घुसे पानी की सफाई और बिजली गुल होने की समस्या से पीड़ित हैं। वह बताते हैं कि सुबह की शिफ्ट थी लेकिन पानी की निकासी और फिर बिजली की समस्या से काम बुरी तरह प्रभावित हुआ।

बाराबंकी से लखनऊ स्थित दफ्तर रोजाना आने वाले अभिनव श्रीवास्तव बताते हैं कि बारिश से बुरा हाल है। बारिश इतनी तेज हो रही थी कि रोड पर गाड़ी 10 की स्पीड में चलानी पड़ी। अलीगंज निवासी अभिषेक शुक्ल बताते हैं कि सुबह उठकर टहलने जाता हूं, जिसके लिए बारिश में किसी तरह घर से निकला। लेकिन पार्क में पानी भरा देखकर निराशा हाथ लगी। उधर विवेक मिश्र के घर में बाथरुम तक के अंदर तक पानी आ जाने से परेशानी रही। उनके अनुसार रात तो कट गई लेकिन सुबह से सफाई जारी है। मौसम सुधरने तक दिक्कत रहेगी। घर के अंदर चप्पल तैर रही थी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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