आनंद शर्मा की रिपोर्ट
दौसा : दौसा जिले में एकसाथ दो ऐसी घटनाएं हुई जिससे जिले का नाम एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया। मंडावर थाना क्षेत्र में एक 50 साल की महिला के साथ बाजरे के खेत में रेप करने का मामला सामने आया। वहीं दूसरी तरफ कॉलेज से अपने घर जा रही नाबालिग छात्रा के साथ दिनदहाड़े छेड़छाड़ की गई। दोनों ही मामलों में मंडावर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया और मामले की जांच महुआ के डीएसपी को सौंपी गई। मामले में मंडावर थाना पुलिस ने धारा 506 और 376 डी के तहत मुकदमा दर्ज किया और जांच की जा रही है।
खेत में चारा काट रही महिला पर लपका युवक और फिर…
पुलिस ने बताया कि 30 अगस्त को मंडावर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 50 साल की महिला अपने मवेशियों के लिए खेत में चारा काट रही थी। इसी दौरान आशीष मीणा और विष्णु मीणा मोटरसाइकिल से उसके खेत के पास पहुंचे। उन्होंने बाइक को कुछ दूर खड़ा कर दिया। जिसके बाद आशीष मीणा नामक युवक बाइक पर बैठा रहा और निगरानी रखता रहा। वहीं आरोपी विष्णु मीणा खेत के अंदर घुसा और चारा काट रही महिला का मुंह दबा दिया और उसे जमीन पर गिरा दिया।
आरोपियों ने दी धमकी
इसके बाद आरोपी विष्णु मीणा ने 50 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। महिला को बलात्कार की घटना किसी को नहीं बताने की धमकी भी दी। इसके बाद आरोपी विष्णु मीणा और आशीष मीणा वहां से फरार हो गए। जैसे ही महिला अपने घर आई तो उसने पूरी घटना परिजनों को बताई और तभी से वह मानसिक रूप से संताप में चल रही थी। इसके बाद पीड़िता मंडावर थाने में पहुंची और दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
कॉलेज छात्रा के साथ दिनदहाड़े छेड़छाड़
वहीं दूसरे मामले की बात करें तो मंडावर थाना क्षेत्र में एक कॉलेज छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। 17 वर्षीय कॉलेज छात्र एक निजी महाविद्यालय में पढ़ती थी और 6 सितंबर को वह अपने गांव जा रही थी। अलवर जिले के एक गांव में रहने वाली इस नाबालिग छात्रा के साथ बीच रास्ते में छेड़छाड़ हुई। तीन युवक इस छात्रा को मिले और उसके साथ दिनदहाड़े दोपहर 2 बजे छेड़छाड़ की। पीड़िता ने बताया कि तीनों ही आरोपी उसके गांव के ही रहने वाले हैं।
इस संबंध में पीड़िता ने मंडावर थाने में मुकदमा दर्ज कर दिया है। जिसके बाद पुलिस ने धारा 323, 341, 354 और पोक्सो एक्ट के धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."