सुहानी परिहार की रिपोर्ट
ग्वालियर। कहते हैं कि गुनहगार कितना भी अपने जुर्म को छिपाए लेकिन एक न एक दिन वो सामने जरुर आता है। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर में सामने आया है। जहां एक महिला के खौफनाक जुर्म का जब पर्दाफाश हुआ तो हर कोई हैरान रह गया। दरअसल इस महिला ने अपने साढ़े 3 साल के बच्चे की मकान की दूसरी मंजिल से फेंककर हत्या कर दी थी जिसके बाद उसने पति ही नहीं पुलिस को भी गुमराह कर दिया लेकिन उसकी सच्चाई ज्यादा दिनों तक छिपी नहीं रख सकी और आखिरकार खुद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और अब इस मामले में एक और चौंका देने वाला खुलासा हुआ है।
बुरे सपनों के डर से खोला खौफनाक राज
मामला ग्वालियर के थाटीपुर थाना इलाके की तारा माई कॉलोनी का है जहां रहने वाले पुलिस जवान ध्यान सिंह राठौर सीएसपी कार्यालय में पदस्थ हैं। 28 अप्रैल की रात ध्यान सिंह के साढ़े 3 साल के बेटे जतिन की संदिग्ध परिस्थितियों में दूसरी मंजिल से गिरने से मौत हो गई थी। तब यही समझा गया था कि खेलते वक्त पैर फिसलने से जतिन की मौत हुई है लेकिन जतिन की मौत की वजह कुछ और थी। जतिन की मौत के बाद ध्यान सिंह की पत्नी ज्योति को रात में सोते वक्त बुरे सपने आने लगे। वो हर रात चौंक कर उठ जाती थी और हर वक्त उसे एक अजीब सा डर सताता रहता था।
पति को बताई बेटे की हत्या की सच्चाई
बुरे सपनों से डरकर आखिरकार एक दिन ध्यान सिंह की पत्नी ज्योति ने हिम्मत जुटाकर पति को जतिन की मौत से जुड़ा वो खौफनाक सच बताया जो सुनकर पति हैरान रह गया।
महिला ने बताया कि उसने ही अपने बेटे जतिन को छत से धक्का देकर मारा था। पति ने पत्नी की ये सारी बातें फोन पर रिकॉर्ड कर लीं और पुलिस में पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
प्रेमी की बांहों में देखा तो मार डाला
अब इस मामले में 4 महीने बाद एक और नया खुलासा हुआ है। पुलिस की पूछताछ में ज्योति ने बताया है कि उसके शादी के बाद से ही पड़ोस में रहने वाले उदय इंदौलिया नाम के युवक से अवैध संबंध थे। 28 अप्रैल की शाम ससुराल में कोई कार्यक्रम चल रहा था, इसलिए पति समेत सभी लोग मेहमानों की आवभगत में बिजी थी। इसी दौरान रात के समय शादीशुदा ज्योति छत पर अपने प्रेमी उदय से मिलने पहुंचे गई। मां को छत पर जाते देख मासूम जतिन भी पीछे-पीछे चला गया। जहां उसने अपनी मां को प्रेमी की बाहों में बांहें डालते हुए देख लिया। ज्योति को डर था कि कहीं मासूम बेटा उसके प्रेम संबंधों की पोल पति के सामने न खोल दे इसलिए उसने मासूम जतिन को छत से फेंक दिया था जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."