दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) का गढ़ रहा। प्रयागराज के चकिया में पैदा हुए इस माफिया ने कई दशकों तक उत्तर प्रदेश में राज किया। कभी हथियार के बल पर, कभी राजनीति की आड़ में। प्रयागराज में एक रिक्शे वाले के घर में पैदा हुए अतीक अहमद ने अपने काले धंधे से पूरे उत्तर प्रदेश में अपना साम्राज्य फैलाया। अरबों रुपये की प्रॉपर्टी अपने और अपने परिवार के नाम की। उत्तर प्रदेश में शायद ही कोई ऐसी जगह हो जहां अतीक की संपत्ति न हो। शायद ही कोई ऐसा जिला हो जहां इस जमीन पर कब्जा न किया हो, लेकिन अब खबर सामने आ रही है कि अतीक का परिवार हमेशा-हमेशा के लिए उत्तर प्रदेश को छोड़ना चाहता है।
हमेशा के लिए उत्तर प्रदेश को छोड़ देगा अतीक का परिवार?
ये थोड़ा चौंकाने वाला मामला है, लेकिन इस परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। अतीक के दोनों छोटे बेटों की कस्टडी को लेकर उनकी बुआ ने यानी अतीक अहमद की एक बहन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी डाली थी, लेकिन वो अर्जी रिजेक्ट हो गई थी। उसके बाद इसी मामले को अतीक की बहन सुप्रीम कोर्ट में ले गई। उसने अतीक के दोनों छोटे बेटों की कस्टडी की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में बाल मामलों के एक एक्सपर्ट को एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा था। अब ये रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपी जा चुकी है।
अतीक के बेटों पर होगी सुनवाई
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अतीक के दोनों छोटे बेटे राज्य को छोड़ना चाहते हैं। वो अब और उत्तर प्रदेश में नहीं रहना चाहते। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि वो दोनों अच्छे पढ़े लिखे हैं और अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं। उनका मकसद अब उत्तर प्रदेश को छोड़कर दूसरे राज्य में रहना है। सुप्रीम कोर्ट ने ये रिपोर्ट राज्य सरकार और याचिकाकर्ता के वकील को सौंपी है।
क्या ये शाइस्ता परवीन की नई चाल है?
अतीक के दोनों छोटे बेटे फिलहाल नाबालिग है और बाल सुधार गृह में है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि वो खुद इतनी बड़ी बात नहीं कर सकते। हो सकता है ये शाइस्ता परवीन का ही प्लान हो और शाइस्ता ने ही किसी के माध्यम से ये बात अपने बेटों तक पहुंचाई हो। दरअसल उत्तर प्रदेश में ये साफ है कि अब कोई माफिया को फल-फूलने नहीं दिया जाएगा। जब तक शाइस्ता के बेटे उत्तर प्रदेश में रहेंगे शाइस्ता के लिए उसने मिलना नामुमकिन है। अगर सुप्रीम कोर्ट दोनों बच्चों को राज्य छोड़कर जाने की अनुमति दे देता है तो शाइस्ता के लिए अपने बच्चों से मिलना आसान हो जाएगा।
4 सितंबर को आ सकता है इस मामले में फैसला
इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के सख्त रुख से भी अतीक का परिवार खुद को बचा पाएगा। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की बात की जिसके बाद राज्य से माफियाओं के काले धंधे तकरीबन खत्म कर दिए गए। अतीक अहमद के पूरे साम्राज्य को नेस्तनाबूद कर दिया गया। उसकी अवैध संपत्ति को कुर्क कर लिया गया और अवैध कब्जे को गिरा दिया गया। गैंग के नेटवर्क भी खत्म कर दिए गए। अतीक अहमद गैंग के ज्यादातर गुर्गों को जेल में डाल दिया गया। ऐसे में अब अतीक अहमद के परिवार के लिए उत्तर प्रदेश में कुछ बचा नहीं है। शाइस्ता बखूबी जानती है कि जैसे ही वो सामने आएगी उसे भी जेल में डाल दिया जाएगा। इस लिहाज से इस परिवार के लिए यूपी को छोड़ना बेहतर विकल्प है। इस मामले में अब सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है जिसके बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."