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18 January 2025 6:43 pm

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वन विभाग या नगरपालिका की जमीन में कैसे चल रही है अंग्रेजी बियर शराब की दुकान ? जवाब तो प्रशासन ही देगी

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राजकुमार दोहरे की रिपोर्ट 

कालपी। जालौन वन विभाग तथा नगर पालिका परिषद के अधिकारियों का रवैया गैर जिम्मेदाराना चल रहा है नवीन नगर पालिका मार्केट आलमपुर की दो दर्जन निर्माणाधीन दुकानों में आवंटन पर रोक लगी होने के बावजूद नियमों के विपरीत दबंग लोग कब्जा करके कारोबार करने में जुटे हैं। इस मसले को लेकर मामला दिनोंदिन सुर्खियों में होता जा रहा है।

सूत्रों की माने तो बन विभाग की जगह पर बन विभाग के विभीषण के इशारे पर दबंग दुकानदार गिट्टी मोरम के साथ दुकाने रखे हुए है। जिसका सुविधा शुल्क भी लिया जाता है। इसकी पुष्टि एक दुकानदार ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया।

ज्ञात हो कि वन विभाग का कार्यालय कालपी नगर के मेन मार्केट के पास स्थित है इसी स्थान के परिसर में वन विभाग की नर्सरी भी मौजूद है। पुराने राजमार्ग के किनारे वन विभाग के कार्यालय के सामने 3 साल पहले नगर पालिका की निर्वतमान चेयरमैन बैकुंठी देवी के द्वारा दुकानों को निर्माण कराने की योजना तैयार की गई थी। जिसमें तैयार दुकानों का आवंटन करके कारोबार भी शुरू हो गया है।

वन बिभाग को लंबे समय के बाद एहसास हुआ कि पालिका के नवीन मार्केट का जिस जमीन मे निर्माण हुआ है वह जमीन अनारक्षित वन भूमि है जिसमे भारत सरकार के वन अधिनियम के मुताबिक गैर वानिकीकरण नहीं हो सकता है। इसलिए पालिका का मार्केट गलत तरीके से बनाया गया है।

एक साल पहले उपवन संरक्षक जयप्रकाश नारायण तिवारी तथा रेंजर की टीम ने पालिका के द्वारा निर्मित कराई जा रही 27 दुकानों का निर्माण कार्य रोक दिया है। काफी दिनों तक काम रुका रहा तथा दुकानों में शटर भी लग चुके हैं। 2 विभागों के विवाद को लेकर दबंग लोग इसका फायदा उठाने लगे।

विवाद उत्पन्न होने पर नगर पालिका के द्वारा बनाई गई 27 दुकानों का आवंटन स्थगित कर दिया गया है। वही दबंग लोगों ने नाजायज तरीके से दुकानों में कब्जा कर लिया है। जिसमें कुरकुरे गुटखा कोल्डड्रिंक गिट्टी बालू तथा एक बियर शराब की दुकानें स्थापित है वही मकैनिक तथा मोटर पार्ट्स के दुकाने।

सूत्रों से मिली जानकारी के हिसाब से वन कर्मी एक दुकानदार से एक से 2000 प्रति माह भाड़ा ले रहे हैं । वही वन क्षेत्र में स्थापित बियर की दुकान से 5000 वन कर्मियों को जा रहा है। वही अवैध तरीके से स्थापित हो गई है दुकानों में कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है। वन विभाग और नगर पालिका को ठेंगा दिखाकर दबंग लोग अनाधिकृत वन भूमि को कब्जा करके सरकार को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं।

पालिका के नवीन मार्केट में वृक्षारोपण करने की योजना थी- डीएफ ओ

वन विभाग के उप वन संरक्षक जेपीएन तिवारी ने बताया कि कालपी में राजमार्ग के किनारे लोक निर्माण विभाग के द्वारा अनारक्षित वन भूमि है जो अभिलेखों में भी दर्ज है।

अनारक्षित वन भूमि मेहरबान की कार्य नहीं हो सकता है इसलिए नगरपालिका की दुकानें बनवाई है वह वन अधिनियम के विपरीत है। उस जमीन को खाली कराने की कार्रवाई चल रही है। अनारक्षित वन भूमि मे पेड़ पौधे तो लगाए जा सकते हैं लेकिन भवन या दुकानों का निर्माण नहीं हो सकता है। इसीलिए विभाग के द्वारा पालिका मार्केट बनाने पर रोक लगाई जा चुकी है।

उन्होंने बताया कि अब इस जमीन में वृक्षारोपण करके धरती को हरा-भरा किया जाएग लेकिन अभी तक ऐसा नही हो सका जबकि हर जगह ब्रक्षारोपण अभियान चल है इसके बाद भी जगह खाली नही कराई गई ये जिम्मेदारों की नियत पर सवाल खड़े हो रहे है।

27 दुकानों का नहीं हुआ आवंटन

प्रथम तथा द्वितीय चरण में निर्मित कराई गई नवीन पालिका मार्केट आलमपुर की 15 -15 दुकानों को खुली नीलामी प्रक्रिया के तहत आवेदकों को आवंटित कर दी गई है लेकिन 27 दुकानों में निर्माण तथा आवंटन पर रोक लगी है नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी वेद प्रकाश यादव ने बताया कि जमीन संबंधी प्रकरण को लेकर परीक्षण चल रहा है जिला प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति दुकान खोलता है तो वह गैरकानूनी माना जाएगा। इसके बाद भी दुकानदारों पर नही हो रही कार्यवाही जो जिम्मेदारों की नियत पर सवाल खड़े कर रही है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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