रघू यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
रायपुर: छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस अधिकारी रानू साहू एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। रानू साहू अक्सर अपनी शैली को लेकर सुर्खियों में रही हैं। लेकिन इस बार उन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया है। राज्य में कथित कोयला और लेवी घोटाले में कार्रवाई करते हुए ईडी की टीम ने शनिवार को उन्हें गिरफ्तार किया। 25 जुलाई तक रानू साहू ईडी की रिमांड पर हैं। रानू साहू राज्य की पहली अधिकारी नहीं हैं जिन्हें जेल भेजा गया है। इससे पहले राज्य के कई अधिकारियों को जेल की हवा खानी पड़ी थी। हम आपको छत्तीसगढ़ के कुछ ऐसे अधिकारियों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें किसी ना किसी कारण से जेल जाना पड़ा है।
समीर विश्नोई
छत्तीसगढ़ में कोयला स्कैम के मामले में जेल जाने वाले पहले आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई हैं। समीर विश्नोई 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे कानपुर के रहने वाले हैं। कानपुर आईआईटी से बीटेक करने के बाद वे आईएएस में सलेक्ट हुए। छत्तीसगढ़ वे कोंडगांव जिले के कलेक्टर रह चुके हैं। समीर विश्नोई माइनिंग डायरेक्टर, माइनिंग कारपोरेशन के एमडी, आईजी रजिस्ट्रेशन, जीएसटी डायरेक्टर रह चुके हैं। कोयला घोटाले में ईडी की जांच के बाद उन्हें विशेष अदालत ने जेल भेज दिया है।
सौम्या चौरासिया
छत्तीसगढ़ में राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया को कोयले घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। सौम्या चौरसिया फिलहाल जेल में हैं। सौम्या चौरासिया की गिनती पावरफुल अधिकारियों में होती है। जब सौम्या चौरासिया की गिरफ्तारी हुई उस समय वो मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ थीं। कोर्ट ने अभी तक सौम्या चौरसिया को जमानत नहीं दी है। सौम्या चौरसिया पहले छत्तीसगढ़ में एसडीएम के पद पर थीं। उसके बाद राज्य प्रशासनिक सेवा के कई अहम पदों पर रहीं।
जीपी सिंह
साल 2021 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में छत्तीसगढ़ के एडीजी रहे जीपी सिंह को एसीबी ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया था। रायपुर कोतवाली में निलंबित IPS जीपी सिंह पर मामला दर्ज हुआ था। जीपी सिंह के पास से 5 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति एसीबी ने जप्त की थी। हालांकि बाद में हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद जीपी सिंह को रिहा कर दिया गया। जीपी सिंह भारतीय पुलिस सेवा में छत्तीसगढ़ कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
अरुण पति त्रिपाठी
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में ईडी ने अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया था। जिन्हें जेल भेज दिया गया है, फिलहाल उनकी जमानत नहीं हो पाई है। त्रिपाठी दूरसंचार विभाग सेवा के अधिकारी हैं। इसके साथ ही आबकारी विभाग के विशेष सचिव हैं। वह CSMCL के पूर्व MD भी रहे हैं। रमन सिंह सरकार में वह छत्तीसगढ़ प्रतिनियुक्ति पर आए थे। उस समय भी उन्हें आबकारी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
रानू साहू को ईडी ने किया गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ में कोयला और लेवी घोटाले में कार्रवाई करते हुए ईडी की टीम ने शनिवार को गिरफ्तार किया। रानू साहू 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। रानू साहू कांकेर, कोरबा और रायगढ़ समेत कई जिलों की कलेक्टर रह चुकी हैं। वर्तमान में वो कृषि विभाग में पदस्थ हैं। फिलहाल ईडी की टीम रानू साहू से पूछताछ कर रही है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."