सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
सावन में भगवान शिव को मृत बताकर उनकी पत्नी पार्वती, बेटे श्री गणेश और कार्तिक के नाम वरासत के लिए आवेदन किया गया है।
हर्रैया तहसील में तीन लोक के स्वामी भगवान शिव शक्ति के उत्तराधिकारियों ने वरासत के लिए आवेदन किया है। इसको लेकर तहसील प्रशासन हलाकान है। सावन के पवित्र महीने में भगवान का वरासत कराने को लेकर हुआ आवेदन क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
आवेदन कर्ता शिवदीन रानी ने माता पार्वती के बच्चे के नाम जमीन वरासत के लिए आवेदन किया है। विकासखंड विक्रमजोत अंतर्गत अकवारा गांव के गाटा संख्या 99 और खतौनी/खाता संख्या 200 में भगवान शिव शक्ति को मृतक बताकर वरासत के लिए आवेदन किया गया है। इसको लेकर तहसील से लेकर गांव तक लोगों का दिमाग घूम गया है। लोग इसे कोई टोटका मान रहे हैं।
आम रास्ता निकली दावा की गई जमीन
ग्राम पंचायत अकवारा के आवेदनकर्ता शिव देव दानी ने माता पार्वती पत्नी जय भोले बाबा शंकर, श्री गणेश पुत्र शिव शंकर और कार्तिक पुत्र ओम नमः शिवाय निवासीगण लेखपाल की सुरक्षा में के नाम और पते से वरासत कराने का आवेदन किया है। आवेदन 13 जुलाई 2023 को किया गया है। इसमें शिव शक्ति की मृत्यु का दिनांक 13 जुलाई 1900 दिखाई गई है। वरासत आवेदन एसडीएम के यहां से फारवर्ड होकर लेखपाल के पोर्टल पर रिपोर्ट लगाने के लिए आया है। इसको लेकर लेखपाल प्रभात यादव बताते है कि जिस गाटे के लिए वरासत का आवेदन हुआ है, वह गाटा गांव के खतौनी में आम रास्ता दर्ज है। आवेदक ने राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अंतर्गत आवेदन किया है।
बस्ती जिले के हरैया तहसील के एसडीएम ने बताया कि ऐसे ही किसी ने ऑनलाइन आवेदन कर दिया था। संदिग्ध व्यक्ति के आवेदन के बाद लेखपाल को मौके पर भेजा गया। गहनता से जांच कराई गई तो मामला फर्जी दिखाई दिया। लेखपाल ने जांच कर बाद आवेदन को निरस्त कर दिया है।
Author: samachar
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