इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया: गोरखपुर में 29 साल पहले एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान हुए बवाल में देवरिया के सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी एवं गोरखपुर के भाजपा नेता संतराज यादव को एक-एक साल की जेल हुई। साथ ही जुर्माना लगाया है। मामला 16 जुलाई 1994 का है, जब भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा के दौरान डॉ. रमापति राम त्रिपाठी एवं संतराज यादव की पुलिस से झड़प हो गई थी। पुलिस वालों ने भाजपा नेताओं पर हाथापाई करने और पिस्टल छीनने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराया था।
16 जुलाई 1994 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी रथ यात्रा लेकर गोरखपुर पहुंचे थे। उनके स्वागत के लिए भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता गोरखपुर के नौसड़ चौराहे पर इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ता उत्तेजित हो गए। मौके पर मौजूद दारोगा शिवमंगल सिंह कार्यकर्ताओं को समझना चाहा तो भाजपा नेता डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, संतराज यादव, स्व.उपेन्द्र दत्त शुक्ल के नेतृत्व में कार्यकर्ता पुलिस वालों से हाथापाई की। यहीं नहीं दारोगा शिवमंगल सिंह की पिस्टल छीनने का प्रयास किया। तत्कालीन दारोगा शिवमंगल सिंह ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दारोगा के मुताबिक, भाजपा नेताओं ने पुलिस वालों पर थप्पड़ भी चलाया था।
कोर्ट में सही साबित हुआ मारपीट का मामला
मामले की सुनवाई के दौरान गोरखपुर के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रभाष त्रिपाठी ने सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिसकर्मियों से मारपीट करने का सही मिलने फैसला सुनाया। कोर्ट में देवरिया के सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी और संतराज यादव को एक-एक साल की कैद और 2300-2300 रुपए का जुर्माना लगाया।
कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं- सांसद
इस मामले में देवरिया के सांसद डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी ने बताया कि आडवाणी जी की रथ यात्रा के दौरान सपा की कुछ लोगों ने काला झंडा दिखाया था। जिसका हमारे कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था। कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं।
Author: samachar
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