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November 2, 2024 3:52 am

पबजी के बहाने सरहद पार पंहुचे प्यार की आखिर हो ही गई जीत, दिलचस्प वाकया 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला और सुशील कुमार तिवारी की रिपोर्ट 

ग्रेटर नोएडा: एक छोटा सा कमरा, बिना बिस्तर के पड़ी दो चारपाइयां, सामने दीवार की ताक पर करीने से रखे हुए छह कप और छह कटोरियां, कुछ मसाले के डिब्बे और जरूरत भर का कुछ सामान।

ये कमरा पाकिस्तानी नागरिक सीमा गुलाम हैदर की पूरी दुनिया बन गया था। यहां सीमा अपने चार बच्चों के साथ पिछले करीब डेढ़ महीने से सचिन मीणा के साथ रह रही थीं।

सचिन, उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा के रहने वाले हैं। इसी कस्बे में सीमा और उनके बच्चों को अपने साथ रखने के लिए सचिन मीणा ने पूरी तैयारी की हुई थी।

सीमा के आने से दो दिन पहले ही सचिन ने रबूपुरा के अंबेडकर मोहल्ले में गिरजेश से संपर्क किया कि उसे एक कमरा किराए पर चाहिए।

गिरजेश के मकान में कई किराएदार रहते हैं। दो मंजिला घर की पहली मंजिल पर ही किराएदारों के लिए छह कमरे बने हुए हैं। गिरजेश ने एक कमरा 2500 रुपये प्रति महीने की दर से सचिन को दे दिया।

गिरजेश बताते हैं, “हमारा कमरा खाली पड़ा था, इसलिए हमने दे दिया। सचिन करीब 13 मई से चार-पांच दिन पहले कमरे की बात करके गया था। उसने कोर्ट मैरिज की बात बताई थी और कहा था कि उसकी पत्नी और बच्चे कमरे में रहेंगे। महिला के बारे में सचिन ने बताया था कि वह यूपी के शिकारपुर की रहने वाली है और वह हमारे कस्बे का ही था तो शक करने जैसी कोई बात ही नहीं थी।”

एक छोटे से कमरे में सीमा और उसके चार बच्चों के साथ सचिन मीणा ने रहना शुरू कर दिया। वह पास में ही एक परचून की दुकान पर करीब छह हजार रुपये में काम करता था।

ग्रेटर नोएडा का ये कमरा अब खाली पड़ा है। जल्दबाजी में सीमा अपनी पायल और बालियां भी पीछे छोड़ गई हैं, जो मोहब्बत की हैरान करने वाली कहानी बयां कर रही हैं।

गिरजेश बताते हैं, “सीमा की तीन लड़कियां और एक लड़का था। लड़का सबसे बड़ा था जिसकी उम्र करीब आठ साल थी और सबसे छोटी लड़की की उम्र करीब दो साल रही होगी।”

सचिन के परिवार को पहले से थी जानकारी

सीमा पर शक न करने की एक वजह सचिन का परिवार भी था।

मकान मालिक गिरजेश बताते हैं, “सचिन ने कमरा किराए पर लेने से पहले अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी दी थी। सचिन के मां और पिता उससे मिलने यहां आए थे। सचिन की एक शादीशुदा बहन सीमा के लिए साड़ी भी लाई थी। मुझे लगा कि जब परिवार वाले भी मिलने आ रहे हैं तो सब नॉर्मल है।”

सचिन का अपना घर भी रबूपुरा कस्बे में ही है। किराए के कमरे से महज पांच मिनट की दूरी पर दो कमरों के मकान में उनके पिता रहते हैं, जो माली का काम करते हैं।

सचिन के चाचा बीरबल बताते हैं कि उनके भाई नेत्रपाल ने पत्नी की मृत्यु के बाद दूसरी शादी की थी। पहली शादी से उन्हें तीन बच्चे हुए थे जिसमें से सचिन दूसरे नंबर के हैं और बाकियों की शादी हो गई है. वहीं दूसरी पत्नी से दो बच्चे हैं जिनके साथ अब वे रहते हैं।

सचिन की प्रेम कहानी की भनक उनके चाचा बीरबल को काफी पहले लग गई थी, लेकिन सचिन ने उनकी एक नहीं सुनी।

बीरबल बताते हैं, “छह-सात महीने पुरानी बात है। सचिन घर की छत पर किसी से बात करता था। मैंने एक बार इसे पकड़ा कि दो-दो घंटे किस से फोन पर बात करता है। उस समय उसने कुछ नहीं बताया। ये कुछ दिन चलता रहा।”

“फिर एक दिन मैंने उसे पकड़ा। तब सचिन ने बताया कि मैं पब्जी खेलता हूं। मेरा पाकिस्तान की एक लड़की से अफेयर चल रहा है और हम दोनों प्यार करते हैं। वो भारत आना चाहती है। मैंने सचिन के सामने हाथ पैर जोड़े कि हम गरीब आदमी हैं, घर में आटा तक नहीं है। तू इस काम को मत करना ये बहुत बुरा काम है।”

हरियाणा से गिरफ्तारी

सीमा हैदर और सचिन मीणा ने एक जुलाई को जल्दबाजी में अपना सामान पैक कर किराए का कमरा छोड़ दिया था।

उन्हें जरूर ये जानकारी मिल गई थी कि पुलिस उनके पीछे है। पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर चार जुलाई को उन्हें हरियाणा के बल्लभगढ़ से गिरफ्तार किया गया।

इस मामले में सचिन के पिता नेत्रपाल मीणा को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से दो वीडियो कैसेट, चार मोबाइल फोन, एक सिम, एक टूटा हुआ मोबाइल फोन, एक परिवार रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, चार जन्म प्रमाण पत्र, एक मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, तीन आधार कार्ड, एक पाकिस्तानी नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी मिनिस्ट्री ऑफ इंटीरियर की सूची, छह पासपोर्ट, पांच वैक्सीनेशन कार्ड और एक बस टिकट बरामद की है।

पुलिस ने सचिन मीणा, उनके पिता नेत्रपाल और सीमा गुलाम हैदर के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धारा 14, 120 बी और पासपोर्ट(भारत में प्रवेश) अधिनियम, 1920 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

सीमा और सचिन ने साथ रहने के लिए न सिर्फ सरहदों को लांघा बल्कि उन्होंने तमाम सुरक्षा एजेंसियों को भी झांसे देने में कामयाब रहे। सचिन और सीमा दोनों अब सलाखों के पीछे हैं, फिर भी उनकी उम्मीद टूटी नहीं है, क्योंकि दोनों का कहना है कि वे एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और सरकार से मांग की है कि उनकी शादी करवा दी जाए।

अब मिली राहत 

सरहद पार कर प्रेमी से मिलने के लिए ग्रेटर नोएडा आई पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर और रबुपुरा के रहने वाले सचिन को न्यायालय में एक बड़े खुलासे के बाद राहत मिली है। पाकिस्तान से रबूपुरा आकर रहने वाली सीमा हैदर, पबजी पार्टनर सचिन मीणा और उसके पिता नेत्रपाल को जमानत दे दी है। दोनों के वकील ने कोर्ट में कहा कि सीमा और सचिन काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में विवाह कर चुके हैं। सीमा अब पाकिस्तान नहीं जाना चाहती है। वकील की दलील और बहस सुनने के बाद जेवर सिविल कोर्ट जूनियर डिविजन न्यायाधीश नाजिम अकबर ने पहले सचिन के पिता नेत्रपाल और शुक्रवार को सचिन और सीमा हैदर को पता न बदलने और देश न छोड़ने की शर्त पर जमानत दे दी।

कराची निवासी सीमा हैदर पबजी गेम खेलते हुए रबुपुरा में रहने वाले सचिन से नजदीकियां बढ़ गई थीं। प्यार का अलाम ये रहा कि पाकिस्तान की सरहद को पार करते हुए सीमा अपने चार बच्चों के साथ 13 मई को नेपाल के रास्ते होते हुए बस में भारत आ गई थी। वे अपने पबजी पार्टनर सचिन के साथ रबुपुरा के अंबेडकर नगर में किराए के मकान में रहती रही।

पुलिस को जब पाकिस्तान की महिला के अवैध रूप से भारत में आने और रहने की सूचना मिली, तब तक सचिन और सीमा बच्चों समेत भाग गए। पुलिस टीम ने सभी को हरियाणा के बल्लभगढ़ से पकड़ा। इसके बाद सचिन और उसके पिता नेत्रपाल और सीमा को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश किया और तीनों को जेल भेजा गया। न्यायालय ने बच्चों की आयु कम होने के कारण उनकी मां सीमा के साथ जेल भेजा था। सीमा हैदर और सचिन की जमानत याचिका पर सुनवाई कर वकील उनके प्यार, सीमा के चार बच्चों और सीमा की सुरक्षा का हवाला दिया।

नेपाल में मिलने के दौरान मंदिर में कर ली थी शादी

सचिन और सीमा हैदर के वकील हेमंत पाराशर ने कोर्ट में जज के सामने दोनों के पक्ष में एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सचिन और सीमा एक दूसरे से प्यार करते हैं। उन्होंने एक दूसरे के साथ जीने मरने की कस्में खाई हैं। सचिन और सीमा जब मार्च में काठमांडू गए थे, उस दौरान ही उन्होंने पशुपतिनाथ मंदिर में शादी कर ली थी। शादी के बाद ही सीमा ने नेपाल सीमा से भारत की सीमा में प्रवेश किया है।

सुरक्षा का दिया हवाला

सीमा ने न्यायाधीश से अपील की है वे अब भारत में रहना चाहती है, पाकिस्तान नहीं जाना चाहती। ऐसे में सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा। सीमा ने सचिन के साथ रहने की इच्छा जाहिर की है। कोर्ट ने पहले सचिन के पिता और फिर सचिन व सीमा हैदर को जमानत दे दी है। उधर, सीमा और सचिन के पास से पुलिस ने तीन आधार कार्ड बरामद किए थे। बताया गया है कि ये आधार कार्ड फर्जी बनाए गए थे। इन आधार कार्ड में एडिट कर सीमा को सचिन की पत्नी आदि बताया गया था। पुलिस मामले में धोखाधड़ी की धारा भी लगाने की तैयारी में थी, लेकिन पासपोर्ट एक्ट की धारा-3,4,5 को भी केस से हटा दिया गया था।

सीमा का पति लगा रहा मदद की गुहार

सीमा के पति गुलाम हैदर को सोशल मीडिया के माध्यम से सीमा और बच्चे भारत में पुलिस गिरफ्त में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद उसने सऊदी अरब से एक वीडियो के जरिये पाकिस्तान और भारत सरकार से मदद के लिए गुहार लगाई है। साथ ही वह चारों बच्चों को भारत से पाकिस्तान भेजने के लिए न्याय की गुहार लगा रहा है। वीडियो में बोल रहा है कि वह अपने बच्चों से प्यार करता है। उनके लिए सऊदी अरब में रहकर हर चीजों को मुहैया करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है। वर्ष 2014 में सीमा और गुलाम हैदर ने नई जिंदगी की शुरुआत की। गुलाम बता रहा है कि नौ मई को आखिरी बात हुई थी। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार किया था, उसके बाद से इंटरनेट सेवा बंद हो गई।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."