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November 1, 2024 3:05 pm

आफत बनकर टूटी बारिश, हिमाचल में फटा बादल,  मानसून ने छीन ली छह जिंदगियां, 77 लाख गर्क, 85 सडक़ें ठप, 55 ट्रांसफार्मर बंद

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राकेश सूद की रिपोर्ट 

शिमला। मानसून ने आगमन के साथ ही हिमाचल में बादल फटने का खतरनाक सिलसिला शुरू हो गया है और रविवार का चार जगह बादल फटने से भारी तबाही हुई, जबकि पिछले दो दिनों में बरसात ने छह लोगों की जान ले ली है। इनमें से मंडी और शिमला जिला में दो-दो, जबकि हमीरपुर व चंबा जिला में एक-एक मौत हुई है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल में दो दिनों के अंदर 77 लाख रुपए के नुकसान का आकलन है। प्रदेश भर में 85 सडक़ें बंद हैं। इनमें 38 सिरमौर जिला, 32 मंडी, आठ सोलन, दो चंबा, तीन कुल्लू, और एक-एक सडक़ शिमला और कांगड़ा जिला में बंद है। वहीं मंडी जिला में 55 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को मंडी के जंजैहली की तुंगाधार, सुजानपुर के खैरी क्षेत्र, रामपुर के सुग्गा और सोलन के अर्की में बादल फटा। रविवार को मंडी जिला की सराज घाटी में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सराज क्षेत्र के तुंगाधार में बादल फटने से आई बाढ़ में कई वाहन बह गए। बगस्याड़ में भू-स्खलन होने से दो गाडिय़ां और एक मकान मलबे में दब गया। वहीं भू-स्खलन होने से एक मकान के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। चैलचौक-जंजैहली मार्ग अवरुद्ध गया है।

नाचन की ज्यूनी खड्ड उफान पर आ गई है। आसपास के नदी-नाले भी उफान पर हैं। कई पेयजल योजनाएं ठप और सडक़ मार्ग अवरुद्ध होने की सूचना है। इसके साथ कुल्लू के मौहल नाले में आई बाढ़ के चलते नरोणी गांव को जाने वाले रास्ते में पार्क किए 12 वाहन पानी में बह गए। नाले में आई बाढ़ से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। इसके अलावा रामपुर के अंतर्गत सरपारा पंचायत के अंतर्गत सुग्गा नाले में बादले फटने से आई बाढ़ में लोगों की खेती योग्य कई बीघा जमीन बह गई है, तो वहीं एक गोशाला के साथ ही ग्रीन को परियोजना की लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। बाढ़ से गांव के लिए जाने वाली संपर्क सडक़ भी कई जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे पंचायत का संपर्क उपमंडल से कट गया है। उधर, सोलन के अर्की में बादल फटा है, जिससे 30 से 35 बकरियां बह गईं। इसी तरह सुजानपुर के खैरी में बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। हालांकि इससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।

जारी रहेगा बारिश का दौर, हिमाचल में 29 तक यलो अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि प्रदेश में आगामी कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा। लाहुल-स्पीति व किन्नौर जिला को छोडक़र प्रदेश के सभी जिलों में 29 जून तक यलो अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा है।

बारिश का तांडव, 124 सड़कें ब्लॉक, सैलाब में बहने लगीं गाड़ियां; दर्जनों मवेशियों की मौत

राज्य के विभिन्न भागों में मानसूनी बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक कल रात हुई मूसलाधार बारिश से 13 गाड़ियां मलबे में दब गईं। छह घरों को नुकसान पहुंचा, जिनमे चार घर पूर्ण रूप से तबाह हो गए जबकि दो घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। इसके अलावा बादल फटने के बाद आई बाढ़ में बहने से 35 बकरियों की मौत हो गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कूल्लु उपमण्डल में भारी बारिश के चलते मोहाल खड्ड में बाढ़ आ गई, जिससे खड्ड के किनारे पार्क की गईं पांच कारें और तीन ट्रैक्टर बह गए। मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर और जोगेंद्रनगर में भारी बारिश से एक पशुशाला और एक घर को नुकसान पहुंचा है। सुंदरनगर में कई घरों में पानी घुस गया है।

सोलन जिला के अर्की उपमण्डल में बादल फटने के बाद आए बाढ़ के सैलाब ने कहर बरपाया और 35 बकरियां बह गईं। चम्बा जिला के भरमौर उपमंडल की होली तहसील में खडामुख में एक कार (एचपी 46-3503) अनियंत्रित होकर एनएचपीसी-2 प्रोजेक्ट के डैम में जा गिरी। कार में सवार सभी लोग लापता हैं। भरमौर पुलिस इनके रेस्क्यू में जुट गई है। रविवार सुबह तक राज्य भर में भूस्खलन से दो नेशनल हाइवे समेत 124 सड़कें अवरुद्ध रहीं। इसके अलावा 151 ट्रांसफार्मर और छह पेयजल स्कीमें भी ठप रहीं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."