आत्माराम त्रिपाठी और दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
बच्चों के हाथ में मोबाइल होने के कई तरह के खतरे भी हैं। इनमें से एक गेमिंग के जरिए धर्मांतरण का भी है। जी हां, आपको लगेगा गेमिंग का धर्म से कैसा कनेक्शन लेकिन ऐसा हुआ है। लव जिहाद के बाद अब देश में धर्मांतरण के कई मामले सामने आ रहे हैं।
गाजियाबाद का शाहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो का केस हो या दिल्ली में रैन बसेरे में धर्मांतरण के आरोपी कलीम की कहानी, धर्मांतरण के इस खेल की काफी चर्चा है। बच्चों के साथ की गई व्हाट्सएप चैट से नई और चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। कैसे इस्लाम कबूल करवाने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाता था। बच्चों के मन में पहले इस्लाम के बारे में जानकारी फीड की जाती, जाकिर नाइक के भाषण सुनने के लिए दिए जाते और बाद में नमाज पढ़ने के लिए कहा जाता।
एक व्हाट्सएप चैट से पता चला है कि कैसे एक जैन समुदाय का बच्चा ब्रेनवॉश होने के बाद पिता से छिपकर नमाज पढ़ने गया।
गेमिंग का चस्का और धर्मांतरण का खेल
बद्दो इस रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। वह ऑनलाइन गेमिंग एप पर काफी एक्टिव रहता था। उसकी रेटिंग से प्रभावित होकर नाबालिग बच्चे उससे चैट किया करते थे। एप पर पहचान छिपाने के लिए उसने CLAPS नाम से आईडी बनाई थी। वह पहले बच्चों को चुनता फिर ऑनलाइन गेमिंग में जीतने का झांसा देता था। गेम जिताकर उसे दूसरे एप्लीकेशन से जोड़ा जाता था और इसके बाद धर्मांतरण का खेल शुरू होता। इसे गाजियाबाद का ‘गेमिंग जिहाद कांड’ कहा जा रहा है।
प्रॉसेस जान लीजिए
- सबसे पहले नाबालिगों को Discord App पर जोड़ा जाता।
- चैट रूम में कोडनेम के साथ बच्चों को शामिल किया जाता।
- आरोपी शाहनवाज की क्लैप्स नाम से आईडी थी।
- उसकी रैंकिंग से प्रभावित होकर छोटे बच्चे आकर्षित होते थे।
- बातें शुरू होतीं और अगर किसी ने Hi कह दिया तो शाहनवाज गाली देता था।
अल्लाह ने मैसेज भेजा है…
एक चैट से पता चलता है कि बद्दो ने लिखा, ‘अल्लाह ने तुम्हारे लिए मैसेज भेजा है… तुम्हारा दिल धड़क रहा है… वो कभी न कभी तुम्हारी जिंदगी ले लेगा।’ गाजियाबाद पुलिस की जांच में पता चला है कि पहले स्टेज में ये फोर्टनाइट गेम जीतने का लालच देकर नाबालिग बच्चों को आकर्षित करता था।
डिस्कॉर्ड एप पर जोड़ने के बाद बच्चों को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता था। बच्चों को जाकिर नाईक की भाषण का लिंक भेजा जाता था। इसके बाद ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन कराया जाता था। भारतीय नाबालिग बच्चों को पाकिस्तानी चैनल दिखाया जाता था।
जुमे की नमाज जरूरी है…
जैन समुदाय के एक बच्चे और मौलवी के बीच का चैट भी सामने आया है। यह बातचीत दिसंबर 2022 में हुई थी। इसमें पता चलता है कि बच्चे को वुजू और नमाज का टाइम बताया गया था।
छात्र कहता है, ‘मैं अभी स्कूल में हूं… नमाज नहीं पढ़ पाऊंगा।’ इस पर जवाब आता है, ‘आज जुमा है और जुमे की नमाज बहुत जरूरी है।’ मौलवी की पहचान अब्दुल रहमान के तौर पर हुई। कम से कम चार बच्चों के कथित धर्मांतरण में उसकी भूमिका के लिए गाजियाबाद से अब्दुल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि इस चैट से साफ है कि जैन परिवार का लड़का धर्मांतरण के जाल में पूरी तरह फंस चुका था और अब वह दोस्तों को भी ऐसी सलाह दे रहा था। हैरानी की बात यह है कि धर्मांतरण के खुलासे के बावजूद यह लड़का वापसी को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि कमरे में बंद होकर वह अब भी नमाज पढ़ रहा है। इस छात्र को काउंसिलिंग की काफी जरूरत है।
ठाणे का रहने वाला शाहनवाज खान भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। शाहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो से पूछताछ के लिए पुलिस ने 50 सवाल तैयार किए हैं। पुलिस बद्दो से जुड़े सभी बैंक खातों को खंगालेगी। इन खातों में मोटी रकम का लेनदेन हुआ है।
कविनगर थाने की पुलिस टीम फ्लाइट से बद्दो को लेकर आज गाजियाबाद आई है। उससे पूछा जाएगा कि वह अब तक कितने लोगों का धर्मांतरण करा चुका है। बद्दो के तार विदेश से भी जुड़े हैं या नहीं, यह भी खंगाला जा रहा है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."