चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बहराइच: भारत-नेपाल सीमा पर बसे तमाम गांव ऐसे हैं, जहां ईसाई मिशनरी के लोग गरीब तबके के लोगों को इलाज और तमाम प्रलोभन लेकर धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास करते हैं। हिन्दू देवी-देवताओं को अपशब्द कह कर अपमान करते है, ऐसे ही एक मामले में कुछ दिन पूर्व 6 लोंगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी। जो लोग इस तरह के प्रलोभनों में फंस गए थे, उनके शुद्धिकरण और हिन्दू धर्म मे वापसी के लिए बजरंग दल ने बाकायदा एक कार्यक्रम कराकर सबकी घर वापसी कराई है।
बहराइच के ताजपुर टेडिया गांव के सैकड़ों लोगों का कल बजरंग दल के लोगों ने नानपारा के काली मंदिर में पूजापाठ एवं शुद्धीकरण करवाकर सनातन धर्म मे वापसी करवाया।
ग्रामीणों ने बताया कि चर्च में लालच और प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करने की बात कही जाती थी। ईसाई मिशनरी के लोगों के द्वारा नेपाल से सटे गावों के भीतर रविवार एवं मंगलवार को प्रार्थना सभा की जाती है जहां पर गरीब तबके के लोगों को बुलाया जाता है और उन्हें ईसाई धर्म के प्रति जुड़ने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन दिए जाते हैं।
बजरंग दल के पदाधिकारी दीपांशु श्रीवास्तव ने बताया कि तमाम ऐसे गांव है, जिनमें इस तरह की प्रार्थना सभा में चल रही है, लेकिन पुलिस प्रशासन के लोग इस पर ध्यान नहीं देते। अब लोग हिंदू धर्म को छोड़कर जब ईसाई धर्म में परिवर्तित होने लगे हैं तो हिंदू संगठनों के लोग भी आक्रोशित होकर उन्हें वापस सनातन धर्म में लाने की कवायद करने लगे हैं।
इस मामले में कुछ दिन पूर्व अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन ने बताया था कि जानकारी मिलने पर प्रार्थना सभा रुकवाई गयी है। 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें दो लोंगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है बाकी आगे की कार्यवाही की जा रही है।
Author: samachar
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