नरेश ठाकुर की रिपोर्ट
आगरा के बरहन थाना पुलिस ने राजस्थान से अवैध शराब की तस्करी करने वाले तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी का तस्करी का माल छिपाने का तरीका देख पुलिस कर्मियों के मुंह से बस एक ही बात निकली है कि इसने तो पुष्पा फिल्म को भी फेल कर दिया है। आरोपी ने कार के बोनट, लाइट, गेटों, सीट के नीचे, इंजन के अंदर लगभग हर पार्ट में अवैध शराब के पौवे छिपाए हुए थे। पुलिस ने रिट कार से 1148 राजस्थान ब्रांड के टेट्रा पैक बरामद किए हैं।
मुखबिर की सटीक सूचना पर हुई कार्रवाई
बता दें की आगरा के एत्मादपुर, बरहन और खंदौली क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार चरम सीमा पर पहुंच गया है, हद तो तब हो गई कि हरियाणा के बाद अब राजस्थान की शराब भी उत्तर प्रदेश में आकर बिक रही है। अवैध शराब की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय पुलिस ने घेराबंदी कर अबैध शराब का जखीरा पकड़ लिया है। बताया जा रहा है कि बुधवार को पुलिस टीम गांव नया बांस मोड़ पर चैकिंग कर रही थी। इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुयी कि मुड़ी चौराहा की तरफ से एक चार पहिया गाड़ी में दो व्यक्ति अवैध शराब लेकर आ रहे है तथा इन्ही के द्वारा ही कस्बा बरहन में शराब के ठेके से चोरी की गई थी। पुलिस टीम द्वारा इस सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुये बैरियर लगा कर संघनता से चैकिंग की जाने लगी। कुछ समय बाद एक रिट्ज कार आती हुयी दिखाई दी। पुलिस टीम को चैकिंग करता देख गाड़ी की आगे की सीट पर बैठा एक व्यक्ति उतर के भाग गया व दूसरे व्यक्ति को पुलिस ने घेरकर मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्त के कब्जे से 1148 पाउआ (राजस्थान मार्का), 01 गाडी, 01 मोबाइल व 3,120 रूपये बरामद हुये। इस सम्बन्ध में थाना बरहन पर 105 / 23 धारा 60 (1) /63/72 आबकारी अधि0 420/467/468/471 की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया व बरामदगी के आधार पर 6 / 23 धारा 411 भी लगाई गई है।
पूछताछ में बोला आरोपी
पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर पर आरोपी ने अपना नाम आशा मोहम्मद पुत्र निजामुद्दीन निवासी नगर कस्बा व थाना फतेहाबाद बताया । उसने बताया कि इस गाड़ी में शराब भरी हुयी है। हम राजस्थान राज्य की शराब सस्ते दामों में खरीद कर लाते हैं और यहां दुकानदारों को सप्लाई कर देते हैं।
कार की नंबर प्लेट बदलकर करते थे तस्करी
पकड़े गये अभियुक्त ने बताया कि इस काम को मैं व मेरा कार से से भागा हुया साथी जिसका नाम कपिल है। राजस्थान से शराब लाकर बेचने पर हमें काफी लाभ होता है। गाडी के सम्बन्ध में पूछने पर बताया कि मैं व मेरा साथी कपिल पकडे जाने के डर से नम्बर प्लेट बदलकर अवैध शराब को लाने ले जाने में इस्तेमाल करते है। साथ ही बताया कि मेरे साथी ने इसी साल जनवरी महीने की 17 तारीख को कस्बा बरहन में रेलवे स्टेशन के पास देशी शराब की दुकान से लगभग 60 पेटी चोरी की थी। जिसे मैंने होली के दौरान जगह-जगह बेच दिया था। आज मुझसे जो रूपये बरामद हुये है वह उसी बेची हुयी शराब मे से शेष बचे रूपये है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."