दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
बाराबंकी: भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है।
बाराबंकी के महादेवा क्षेत्र में आयोजित जनसभा के मंच से सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवान से यौन शोषण के आरोपों पर एक बार फिर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ‘65 सालों के इतिहास में छोटा सा मसला इतना बड़ा बन चुका है कि जितना समर्थन मुझे मिला वो आज तक किसी को नही मिला, मेरे साथ क्षत्रिय, ब्रह्मण के साथ गुज्जर, कुर्मी, लोहार, यादव, गड़रिया, मुसलमान और जाट भी समर्थन में खड़ा है। इतना ही नहीं हरियाणा में भी 85 प्रतिशत लोग मेरे समर्थन में और उनके साथ 15 प्रतिशत लोग हैं।
दरअसल 5 जून को आयोध्या में आयोजित होने वाली जनचेतना महारैली को लेकर संतों के आवाहन पर भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने रामनगर विधान सभा क्षेत्र के महादेवा में बुधवार को जनसभा का आयोजन किया।
कार्यक्रम में भारी भीड़ देख कर बृजभूषण भावुक नजर आए और मंच से कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि आजादी के संघर्ष में जो नेता कांग्रेस से जुड़े थे वो जेल के बाहर थे और अन्य किसी पार्टी से जुड़े नेता का स्थान जेल में था। सन 1975 के इंदिरा गांधी के इमरजेंसी लगाने के दौरान मुझे जेल जाना पड़ा था।
क्षत्रिय, ब्रह्मण व अन्य जातियों के साथ ‘जाट’ समर्थन
महिला पहलावनों के समर्थन में उतरे नेताओं को बृजभूषण शरण ने जवाब देते हुए कहा कि आजाद भारत में 65 सालों में ये एक इतना छोटा सा मसला, इतना बड़ा बन चुका है। इस मामले में जितना समर्थन मुझे मिला वो आज तक किसी को नही मिला। उन्होंने कहा कि मेरे नाम पर अगर क्षत्रिय साथ खड़ा है तो, ब्राह्मण भी साथ खड़ा है, इतना ही नहीं मेरे समर्थन में गुज्जर, कुर्मी, लोहार, यादव, गड़रिया, नाई, तेली और जाट भी समर्थन में खड़ा है।
हरियाणा में 85 प्रतिशत लोगों का समर्थन– बृजभूषण सिंह
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मुझे इतना समर्थन मिला कि जाति और प्रांत टूट गए। इतना ही नहीं हरियाणा के अंदर 85 प्रतिशत का अनुपात मेरे साथ है और 15 प्रतिशत उनके साथ है। देश में कोई ऐसा प्रांत नहीं जहां मुझे समर्थन न मिल रहा हो। संतों के अपील पर अयोध्या में 5 जून को आयोजित होने वाली जनचेतना महारैली में लाखों की संख्या में लोगों की भीड़ जुटाकर बीजेपी सांसद एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन कर एक संदेश देने का प्रयास करेंगे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."