दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
श्रावस्ती: श्रावस्ती जिला मुख्यालय भिनगा स्थित एक निजी क्लीनिक पर दिल दहला देने वाला आरोप लगा है। इसे सुनकर हर कोई उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। अभी कुछ महीने पूर्व भिनगा नगर स्थित पुरानी कचेहरी की बिल्डिंग में सनराइज नाम का एक पॉली क्लीनिक खुला है। हरदत्त नगर गिरंट थाना क्षेत्र निवासी पिंटू अपनी पत्नी सुमिरता की डिलीवरी कराने जिला अस्पताल भिनगा लेकर गया था। जहां से अपने एक रिश्तेदार की सलाह पर भिनगा नगर स्थित सनराइज पॉली क्लीनिक लेकर चला गया। पिंटू के अनुसार वहां पर डाक्टरों ने नॉर्मल डिलीवरी कराने का आश्वासन देकर उसे भर्ती कर लिया। मगर तीन दिनों तक डिलीवरी न होने पर पिंटू ने पुनः डॉक्टर के पास जाकर स्थिति की जानकारी ली, तो डाक्टरों ने बताया कि आज डिलीवरी हो जाएगी। इसके बाद पिंटू को गर्भस्थ शिशु का टुकड़ों में शव दिखाया गया।
पिंटू का आरोप है कि डाक्टरों के गलत इलाज से शिशु की गर्भ में ही मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने गर्भस्थ शिशु को टुकड़ों में काटकर पेट से निकाला है। इस घटना के बाद प्रसव पीड़ित महिला की हालत भी नाजुक हो गई। इलाज के लिए उसे बहराइच के एक अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां पर उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पिंटू के आरोपों में कितनी सच्चाई है, यह जांच के बाद हीं पता चल सकेगा। हालाकि पिंटू खून से सने मांस के लोथड़े की एक तस्वीर जरुर दिखाता है।
इस संदर्भ में सीएमओ डॉ. शारदा प्रसाद तिवारी ने पूरे मामले से अनभिज्ञता जताई। उन्होंने कहा कि जांच कराकर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी अस्पताल, झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार
जानकारी के मुताबिक जिले में क्लीनिक, पॉलीक्लीनिक, नर्सिंग होम, अस्पताल आदि की भरमार देखने को मिल रही है। जिले के लगभग सभी छोटे बडे़ कस्बों में इस तरह के बोर्ड बैनर देखने को मिल जाएंगे। यहां पर झोलाछाप डॉक्टर अवैध रूप से अस्पताल चलाते हुए बेखौफ होकर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस पर स्वास्थ्य विभाग अकुंश नहीं लगा पा रहा है।
Author: samachar
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