आर के मिश्रा की रिपोर्ट
गोण्डा। बिना किसी मानसून के हुई मूसलाधार बारिश से जिले के किसान खुशहाल नजर आये। विशेषकर गन्ना किसानों की तो चांदी ही हो गई।
इस समय कोई फसलो कि बोआई करने के लिए नमी की भारी कमी के चलते खेत तैयार करने के लिए काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा था। किसानों को हजारों रुपये का डीजल खर्च करके पहले सिंचाई करने के पश्चात ही कोई फसल बुआई की जा सकती थी। इस पानी से किसान समय से धान की नर्सरी भी तैयार कर सकेंगे।
जानकार किसानों का कहना है कि गेंहू के फसल की कटाई से लेकर मड़ाई तक की जा चुकी है। जिन किसानों को गन्ने की बोआई करनी थी उन्होंने गन्ने की फसल बो दिया है। इस मौसम में किसानों को गन्ने की फसल की सिंचाई के लिए सर्वाधिक खर्चा करना पड़ता रहा है। क्योंकि इस समय तेज धूप की वजह से भूमि की नमी जल्दी खत्म हो जाती है इसलिये सिंचाई जल्दी जल्दी अनेक बार करनी पड़ती रही है। अच्छी बारिश से उन्हें ज्यादा सिंचाई करने की समस्या से छुटकारा मिल गया है।
किसानों का कहना है कि समय से अच्छी बारिश होने के चलते क्षेत्र के प्रगतिशील किसान धान की नर्सरी तैयार करना शुरू कर देंगे। इस अच्छी बारिश से लाखों रुपये के खर्चे से केवल एक क्षेत्र के किसानों को राहत मिल गई है। यदि यह आंकड़ा जिलेभर के किसानों का देखा जाय तो करोडों रुपये में पहुँच जायेगा।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."