दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) का पूरा ध्यान फिलहाल अतीक अहमद (Atique Ahmed) की बेगम शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) पर है। शाइस्ता पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है। तमाम कोशिशों के बावजूद वो पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रही, लेकिन आज के बाद चीजें बदल सकती हैं। आज के बाद शाइस्ता कभी भी पुलिस की गिरफ्त में आ सकती है। पुलिस को शाइस्ता के सबसे बड़े राजदार से ही मिल सकते हैं उसके सुराग।
शाइस्ता का सबसे बड़ा राजदार पुलिस के सामने
बेगम वैसे तो अपनी हर चाल मंझे हुए खिलाड़ियों की तरह चल रही है, लेकिन ऐसा कब तक होगा। उत्तर प्रदेश पुलिस काफी दिनों से शाइस्ता के राजदार सौलत हनीफ की रिमांड की मांग कर रही थी और आज 12 घंटे के लिए हनीफ यूपी पुलिस के सामने था। इस कहानी में आगे बढ़े उससे पहले जान लीजिए ये सौलत हनीफ है कौन। सौलत हनीफ उमेश पाल किडनैपिंग केस में नैनी जेल में बंद है। ये अतीक का सबसे भरोसेमंद वकील है। यहां तक कि उमेश पाल हत्याकांड के पहले असद को उमेश की फोटो हनीफ ने ही भेजी थी।
शाइस्ता की हर चाल से वाकिफ है सौलत हनीफ
अतीक की गिरफ्तारी के बाद शाइस्ता हवाला के पैसों की सारी जानकारी सौलत हनीफ को ही देती थी। अतीक के काले-कारोबार की एक-एक कमाई हनीफ को पता है। यहां तक की अतीक के जेल में रहते हुई भी हनीफ के कहने पर ही शाइस्ता अपनी एक-एक चाल चल रही थी। शाइस्ता ने इस बीच अतीक की कुछ प्रॉपर्टी को अपने नाम करवाया था। ये माना जा रहा था कि इसके पीछे भी हनीफ का ही हाथ था।
हनीफ के 2 जवाब पुलिस को शाइस्ता तक पुहंचा सकते हैं
उत्तर प्रदेश पुलिस जानती थी कि इसके पास शाइस्ता और अतीक से जुड़े कई राज हो सकते हैं, लेकिन समस्या ये थी कि वो जेल में बंद था और जब तक कोर्ट से उसकी रिमांड नहीं मिल जाती पूछताछ करना नामुमकिन था। आखिरकार कोर्ट से ये परमिशन पुलिस को मिल गई। आज सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक हनीफ पुलिस के सामने था। वो हर जवाब देने के लिए जो सवाल पुलिस ने उसके लिए तैयार किए हैं। पुलिस ने हनीफ से दो तरह के सवालों के जवाब चाहती है। एक उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े और दूसरे शाइस्ता के गायब होने को लेकर।
अब जल्द गिरफ्तार होगी अतीक की बेगम!
शाइस्ता को लेकर पुलिस का सबसे बड़ा सवाल हो सकता है कि अतीक के जेल जाने के बाद प्रयागराज में शाइस्ता किन-किन लोगों से जुड़ी हुई है। वो कौन-कौन है जो बेगम की प्रयागराज में मदद कर रहे हैं। सूत्रों से पुलिस को ये पता चल ही रहा है कि शाइस्ता प्रयागराज में ही कहीं छुपी हुई है। अब अगर हनीफ बेगम के मददगारों के नाम बता देता है तो पुलिस के लिए तलाशी अभियान आसान हो जाएगा। शाइस्ता से दूसरा बड़ा सवाल जो पुलिस हनीफ से जानना चाहती थी वो है अतीक का हवाला कारोबार कहां-कहां फैला हुआ है। अब जबकि हवाला का पूरा काम शाइस्ता ही देख रही है तो वो ऐसे लोगों से संपर्क में जरूर होगी। अगर पुलिस को हनीफ ने ये दोनों जवाब दे दिए होंगे तो जल्द ही शाइस्ता की गिरफ्तारी हो सकती है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."